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भारत-पाक बॉर्डर पर तैनात बीएसएफ के जवानों ने दी नव वर्ष की शुभकामनाएं

नव वर्ष 2025 को लेकर जम्मू-कश्मीर में भारत-पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हाई अलर्ट जारी किया गया है। बीएसएफ के जवान यहां पर किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार हैं। कड़ाके की ठंड में यहां पर बीएसएफ के जवानों द्वारा बॉर्डर पर पैनी नजर रखी जा रही है। सुरक्षा को लेकर बीएसएफ जवानों की क्या-क्या तैयारियां हैं। इसे लेकर आईएएनएस ने कुछ बीएसएफ के जवानों से बात की

भारत-पाक बॉर्डर पर तैनात बीएसएफ के जवानों ने दी नव वर्ष की शुभकामनाएं
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जम्मू। नव वर्ष 2025 को लेकर जम्मू-कश्मीर में भारत-पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हाई अलर्ट जारी किया गया है। बीएसएफ के जवान यहां पर किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार हैं। कड़ाके की ठंड में यहां पर बीएसएफ के जवानों द्वारा बॉर्डर पर पैनी नजर रखी जा रही है। सुरक्षा को लेकर बीएसएफ जवानों की क्या-क्या तैयारियां हैं। इसे लेकर आईएएनएस ने कुछ बीएसएफ के जवानों से बात की।

बीएसएफ के एक जवान ने बताया कि चुनौती साल के 365 दिन रहती है, लेकिन जब कोहरा बढ़ता है तो चुनौती दोगुनी हो जाती है। चुनौती चाहे कितनी भी बड़ी क्यों न हो, हम दुश्मनों दूसरों को विफल करने का हर संभव प्रयास करते हैं और हम ऐसा करने में सफल भी होते हैं। मैं देश के सभी नागरिकों को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।

एक महिला बीएसएफ कर्मी ने बताया कि ठंड में चुनौतियां काफी बढ़ जाती हैं, क्योंकि कोहरा और पाला हमारे लिए बड़ी चुनौती बनते हैं। हम सीमाओं पर तैनात हैं और बीएसएफ की ओर से सभी नागरिकों को ढेर सारी शुभकामनाएं देना चाहते हैं। हमारे लिए तो पूरा देश ही हमारा परिवार है। देश नव वर्ष को धूमधाम से मनाए हम लोग बीएसएफ परिवार के साथ ही नव वर्ष मनाते हैं।

पिछले कुछ वर्षों में खासतौर पर जम्मू क्षेत्र में पाकिस्तान ने आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की कोशिश की है। 1 और 2 जनवरी 2023 में जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के डांगरी गांव में हमले हुए थे। इनमें कई लोगों की जान गई थी।

2 जनवरी 2016 के तड़के भी आतंकी हमला पठानकोट एयरबेस पर हुआ था। उस हमले में 7 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे और 30 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। लगभग 65 घंटे तक चले ऑपरेशन में सभी आतंकियों को मार गिराया गया था।

यही वजह है कि ऐसी घटनाओं को देखते हुए सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी जाती है। जम्मू और कश्मीर इस नए साल में पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है।


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