झारखंड के आदिवासी मूलवासी की हकमारी में भाजपा अव्वल रही है : कांग्रेस
झारखंड में आदिवासी मूलवासी के बीच अपनी पहचान खो चुकी भाजपा राज्य में अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है

रांची। झारखंड में आदिवासी मूलवासी के बीच अपनी पहचान खो चुकी भाजपा राज्य में अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है।
भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर उरांव द्वारा झारखंड प्रभारी के राजू के बयान पर प्रतिक्रिया स्वरूप कांग्रेस के खिलाफ दिए गए बयान पर जवाब देते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सोनाल शांति ने आज कहा कि भाजपा नेता अपने पैरों के नीचे की जमीन देखे आसमान मे उड़ने का सपना ना पाले। समीर उरांव के भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष रहते भाजपा ने अपनी जमीन आदिवासी समुदाय के बीच खो दी है।
श्री शांति ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से जल जंगल जमीन की लड़ाई आदिवासियों के हक और अधिकार के लिए संघर्ष करती रही है,जबकि भाजपा की सरकारों ने विभिन्न राज्य में आदिवासियों की जमीन में छीनकर औने-पौने दामों पर उद्योगपतियों को दिया है। झारखंड के आदिवासी मूलवासी की हकमारी में भाजपा अव्वल रही है।अपने राजनीतिक स्वार्थ पूर्ति के लिए आदिवासी समाज को वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया।आदिवासियों को वनवासियों का नाम देकर उनकी पहचान मिटाने की कोशिश की।


