भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम का ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिन्दू, बौद्ध तथा जैन समुदाय पर हो रहे बर्बर हमले के विरोध में सनातन संघर्ष समिति के शिष्टमंडल ने दरभंगा के जिलाधिकारी राजीव रौशन के माध्यम से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आज ज्ञापन सौंपा

दरभंगा। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिन्दू, बौद्ध तथा जैन समुदाय पर हो रहे बर्बर हमले के विरोध में सनातन संघर्ष समिति के शिष्टमंडल ने दरभंगा के जिलाधिकारी राजीव रौशन के माध्यम से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आज ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बांग्लादेश में शांतिपूर्ण स्थिति बहाल करने, हिंदू, बौद्ध एवं जैन समुदाय की रक्षा करने समेत 8 मांगे शामिल हैं। बंग्लादेश में हिन्दुओं की संपत्ति लूटी जा रही है, मठ-मंदिर तोड़े जा रहे हैं, महिलाओं के साथ बलात्कार किया जा रहा है। यह सभी नृशंस गतिविधियां बंग्लादेश की सरकार में शामिल इस्लामी जिहादी तत्वों द्वारा किया जा रहा है। इसके विरोध में सनातन संघर्ष समिति, दरभंगा द्वारा लगातार विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
बीते दिनों बंग्लादेशी हिन्दुओं को संबल प्रदान करने के लिए प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। तत्पश्चात आक्रोश पदयात्रा निकाली गई। कल शाम में मशाल जुलूस में भारी संख्या में शहर के हिन्दू समुदाय के लोग उपस्थित हुए।
इसी कड़ी में आज यह ज्ञापन भारत के राष्ट्रपति के नाम से जिलाधिकारी को प्रदान किया गया। सनातन संघर्ष समिति के प्रवक्ता ने बताया कि यह निश्चय किया गया है कि यदि बांग्लादेश में हिन्दुओं के साथ अत्याचार नहीं रुका तो आंदोलन को और व्यापक बनाया जाएगा।
जिलाधिकारी को ज्ञापन देने गए सनातन संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल में चंद्रकांत यादव, दिनेश चंद्र मिश्र, अविनाश, रंगनाथ ठाकुर, अंकुर गुप्ता, राजेश झा, उदित नारायण, जीवछ सहनी तथा डॉ. आमोद झा, आदित्य नारायण चौधरी "मन्ना", सौरभ सुरेका शामिल थे।