26 दिसंबर को होगी बेलगावी में सीडब्ल्यूसी की बड़ी बैठक
देश की सियासत में उफान है। सत्ता पक्ष और विपक्ष लगातार एक दूसरे पर हमलावर हैं। कहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के प्रदर्शन को लेकर बवाल है तो कहीं विधानसभा चुनाव की तैयारियों का शोर। ऐसे में अब कांग्रेस ने बहुत ही सधी हुई रणनीति के तहत बीजेपी को घेरने की तैयारी कर ली है। पार्टी महात्मा गांधी के सत्याग्रह की तर्ज पर नवसत्याग्रह करने का ऐलान किया है

कर्नाटक। देश की सियासत में उफान है। सत्ता पक्ष और विपक्ष लगातार एक दूसरे पर हमलावर हैं। कहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के प्रदर्शन को लेकर बवाल है तो कहीं विधानसभा चुनाव की तैयारियों का शोर। ऐसे में अब कांग्रेस ने बहुत ही सधी हुई रणनीति के तहत बीजेपी को घेरने की तैयारी कर ली है। पार्टी महात्मा गांधी के सत्याग्रह की तर्ज पर नवसत्याग्रह करने का ऐलान किया है।
बीते कुछ वक़्त से बीजेपी लगातार विपक्ष के निशाने पर है। संसद में विपक्ष ने सत्तापक्ष पर जमकर हमले किए और अब सड़क पर भी घेराव की तैयारी में है कांग्रेस 26 दिसंबर को कांग्रेस कर्नाटक के बेलगावी में बड़ा कार्यक्रम आयोजित कर रही हैं। बेलगावी, इस जगह का भारत में ऐतिहासिक महत्व है। अपने कार्यक्रम को इतिहास की घटना से जोड़ते हुए कांग्रेस ने ट्वीट किया कि 1924 में बेलगावी (पूर्व में बेलगाम) में आयोजित भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 39वां सत्र, भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण क्षण था। इस ऐतिहासिक सत्र की अध्यक्षता महात्मा गांधी ने की, जिन्होंने कांग्रेस को एक जन आंदोलन में बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
वर्तमान में तेजी से आगे बढ़ते हुए, महात्मा गांधी के कांग्रेस के राष्ट्रपति पद पर पदार्पण के ठीक 100 साल बाद 26 दिसंबर, 2024 को कांग्रेस बेलगावी में अपनी कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक आयोजित करने के लिए तैयार है। इस बैठक का उद्देश्य आगामी साल के लिए पार्टी की कार्य योजना की रूपरेखा तैयार करना और गंभीर राष्ट्रीय चुनौतियों का समाधान करना है।
आपको बता दें कि 1924 में बेलगावी में कांग्रेस के सेशन एकलौता ऐसा सेशन था जिसकी अध्यक्षता महात्मा गांधी ने की थी इसलिए इसे काफी अहम माना जाता है। अब इसी जगह से पार्टी ने सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाई है। जिसमे उन्होंने अपनी आगे की रणनीति बनाने का आह्वान किया है। इस बैठक में पार्टी देश में वर्त्तमान में सबसे चर्चित मुद्दों पर अपनी योजना बनाएगी। जिसमें संविधान का मुद्दा, संवैधानिक संस्थानों का दुरुपयोग, और मोदी सरकार द्वारा अपनाई गई विभाजनकारी राजनीति के साथ-साथ गृह मंत्री अमित का मुद्दा भी शामिल है।
कांग्रेस ने कहा कि बेलगाम सत्र की 100वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में, पार्टी संवैधानिक मूल्यों को बनाए रखने और सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए 27 दिसंबर, 2024 को एक रैली भी आयोजित करेगी। उनकी इस घोषणा ने बीजेपी की टेंशन बढ़ा दी है। पहले ही अमित शाह के इस्तीफे की मांग के साथ कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों के देशव्यापी प्रदर्शन ने बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं और अब वो नया मोर्चा खोलने की तैयारी एम् हैं। जिससे बीजेपी घबराई हुई दिख रही है।


