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तेलंगाना के विकास को महाराष्ट्र जैसे राज्यों ने माना गेम चेंजर : केसीआर

भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के प्रमुख एवं तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने विपक्षी कांग्रेस पर अपना तीखा हमला जारी रखते हुए किसानों से धरणी पोर्टल की सुरक्षा के लिए प्रयास करने का आह्वान किया

तेलंगाना के विकास को महाराष्ट्र जैसे राज्यों ने माना गेम चेंजर : केसीआर
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नगरकुरनूल। भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के प्रमुख एवं तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने विपक्षी कांग्रेस पर अपना तीखा हमला जारी रखते हुए किसानों से धरणी पोर्टल की सुरक्षा के लिए प्रयास करने का आह्वान किया। उन्हाेंने कहा कि विकास की वर्तमान स्थिति को महाराष्ट्र जैसे पड़ोसी राज्यों द्वारा गेम चेंजर के रूप में देखा जा रहा है और यह उन्होंने उस राज्य के अपने हालिया दौरे में देखा है।

नगरकुरनूल जिला मुख्यालय में मंगलवार शाम को एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने किसानों को आगाह किया कि वे विपक्ष और विशेष रूप से कांग्रेस के नापाक मंसूबों पर नजर रखें। उन्होंने कहा, “राज्य के कुछ नेता धरणी पोर्टल के खिलाफ शिकायत कर रहे हैं और धरणी को बंगाल की खाड़ी में डंप करने की घोषणा कर रहे हैं। धरणी को हटाना किसानों को डंप करने के अलावा और कुछ नहीं है।” जनसभा में उन्होंने लोगों से उसी दल को बंगाल की खाड़ी में फेंकने का आह्वान किया।
श्री राव ने बताया कि कैसे धरणी ने आम किसान को अपने भूमि अभिलेखों को संक्षिप्त रूप से संरक्षित करने का लाभ प्राप्त करने में मदद की है और कहा कि धरणी की अवधारणा ने किसान को उन बिचौलियों से दूर रखने में मदद की है जो पहले राजस्व कर्मचारियों की आड़ में अपना धंधा चलाते थे। उन्होंने कहा,“यहां तक कि मुख्यमंत्री के स्तर का व्यक्ति भी धरणी में भूमि का विवरण नहीं बदल सकता है और यह 99 प्रतिशत किसानों को अपने रिकॉर्ड को कुशलता से संरक्षित करने में मदद कर रहा है।” मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कोई विसंगति है तो उसे भी दूर किया जाएगा। धरणी का विरोध करने वाले नेताओं को किसानों से गंभीर चुनौती का सामना करना पड़ेगा।

केसीआर ने अपने तीस मिनट लंबे भाषण के दौरान विस्तार से बताया कि कैसे महबूबनगर के अविकसित सूखे क्षेत्रों को सिंचाई योजनाओं और टैंक पुनर्गठन प्रक्रिया का लाभ मिला। मुख्यमंत्री ने विस्तार से बताया कि पालमपुर जिले को पांच मेडिकल कॉलेज मिले हैं और यह राज्य सरकार की योजनाओं और नीतियों की सहायता से एक निश्चित प्रगति की ओर बढ़ रहा है। केसीआर ने बीआरएस सरकार द्वारा किए गए विकास उपायों और कल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होने कहा कि अगर लोग फिर से बीआरएस का समर्थन करते हैं तो प्रगति का मार्ग जारी रहेगा।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने नगरकुरनूल जिला मुख्यालय में एकीकृत समाहरणालय परिसर, पुलिस कार्यालय और बीआरएस कार्यालय भवन का औपचारिक उद्घाटन किया। समाहरणालय का निर्माण 12 एकड़ क्षेत्र में किया गया था। इस कार्यक्रम में मंत्री सिंगरेड्डी निरंजन रेड्डी, श्रीनिवास गौड़, सांसद संतोष कुमार, एमएलसी और विधायकों ने हिस्सा लिया।

जिलाधिकारी उदय कुमार को मुख्यमंत्री ने कलेक्टर की कुर्सी पर औपचारिक रूप से आमंत्रित किया।

समाहरणालय में अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री श्री के चंद्रशेखर राव ने राज्य में आधिकारिक मशीनरी को वर्तमान उपलब्धियों पर संतुष्ट हुए बिना सकारात्मक सोच से विकास के मिशन को आगे बढ़ाने का आह्वान किया। उन्होंने राज्य के कर्मचारियों के प्रयासों की सराहना की। औपचारिक उद्घाटन के बाद 56 करोड़ रुपये की लागत से नगरकुरनूल जिले के नए एकीकृत जिला समाहरणालय परिसर में अधिकारियों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नई अवधारणाओं के कार्यान्वयन के साथ विकास जारी रहेगा। उन्होंने जिला कलेक्टर को कार्यक्रम को भव्य रूप से सफल बनाने की सलाह दी ताकि बैंक खातों के लिंकेज और रायथु बंधु समावेशन पैटर्न से संबंधित विवरणों की तैयारी के साथ वितरण प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा,“विकास की वर्तमान स्थिति को महाराष्ट्र जैसे पड़ोसी राज्यों द्वारा गेम चेंजर के रूप में देखा जा रहा है और यह उन्होंने उस राज्य के अपने हालिया दौरे में देखा है।”

मुख्यमंत्री ने इससे पहले नगरकुरनूल में 12 एकड़ क्षेत्रफल में 56 करोड़ की लागत से बने एकीकृत जिला समाहरणालय का उद्घाटन किया। उन्होने कहा कि राज्य में निर्मित 30 कलेक्ट्रेट की श्रृंखला में नगरकुरनूल कलेक्ट्रेट परिसर 19वां था। मुख्यमंत्री ने विस्तार से बताया कि राज्य मानव सूचकांक विकास पर कई उपलब्धियों के साथ तेलंगाना समग्र विकास हासिल कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा, "प्रति व्यक्ति आय और बिजली प्रति व्यक्ति उपयोग को मूल रूप से मानव सूचकांक विकास के संकेत के रूप में माना जाता है और तेलंगाना राज्य सभी राज्यों से आगे बढ़ रहा है।" मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र और गुजरात के दलित, आदिवासी पिछड़े वर्ग और समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की स्थिति को कम करने पर जोर देने के साथ इस प्रगति सूचकांक को अगले दिनों में आगे बढ़ाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नौ साल के विकास को जारी रखा जाएगा राज्य के प्रत्येक जिले में कई उद्योगों की स्थापना की जाएगी।


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