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दिल्ली में स्टेट लेवल टीचिंग लर्निंग मटेरियल एक्ज़ीबिशन

दिल्ली में प्री-प्राइमरी और प्राइमरी कक्षाओं के लिए टीचिंग लर्निंग मटेरियल के दो दिवसीय स्टेट लेवल एक्ज़ीबिशन का आयोजन किया गया

दिल्ली में स्टेट लेवल टीचिंग लर्निंग मटेरियल एक्ज़ीबिशन
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नई दिल्ली। दिल्ली में प्री-प्राइमरी और प्राइमरी कक्षाओं के लिए टीचिंग लर्निंग मटेरियल के दो दिवसीय स्टेट लेवल एक्ज़ीबिशन का आयोजन किया गया।

यह एक्ज़ीबिशन गुरुवार को शुरू की गई। प्रदर्शनी के दौरान, दिल्ली सरकार के स्कूलों और एमसीडी स्कूलों के शिक्षक बच्चों को कक्षाओं में प्रभावी ढंग से सिखाने के लिए विभिन्न अनूठे आइडियाज़ के साथ आए।

सर्वोदय सह-शिक्षा बाल विद्यालय, प्रताप नगर के एक शिक्षक ने एक 'मैजिक टेबल' मॉडल बनाया जो बच्चों को गणित में टेबल्स को याद करने के बजाय जोड़ने के माध्यम से आसानी से सीखने में मदद कर सकता है।

सर्वोदय कन्या विद्यालय, अवंतिका सेक्टर 1, रोहिणी के एक अन्य शिक्षक ने बच्चों को वर्णमाला रोल के साथ खेलते हुए अंग्रेजी शब्द बनाने का एक मॉडल बनाया।

शिक्षकों द्वारा विभिन्न अन्य मॉडलों में अंग्रेजी, हिंदी, गणित, इतिहास, भूगोल आदि जैसे विभिन्न विषयों पर ध्यान केंद्रित किया गया और इसका उद्देश्य छात्रों के बीच विषयों के डर को खत्म करना था।

इस एक्ज़ीबिशन में दिल्ली सरकार के स्कूलों, एमसीडी स्कूलों और दिल्ली बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन के शिक्षकों ने भाग लिया।

एक्ज़ीबिशन में पूरी दिल्ली के शिक्षकों ने प्रारंभिक वर्षों में छात्रों की बुनियादी शिक्षा को बेहतर और मजबूत बनाने के उद्देश्य से सीखने के विभिन्न प्रकार के इनोवेटिव मॉडल का प्रदर्शन किया।

शिक्षकों से दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि शुरुआती सालों में बच्चों की लर्निंग तब सबसे ज़्यादा और प्रभावशाली होती है जब वे मल्टीप्ल सेंसेज का इस्तेमाल करते हैं।

ऐसे में बच्चों को किताबों के अतिरिक्त सीखने के लिए विभिन्न टीचिंग लर्निंग मटेरियल का इस्तेमाल करना ज़रूरी है, जिसमें खेलने के साधारण खिलौनों से लेकर गिनती और गणित सीखने के लिए विभिन्न जोड़-तोड़ वाले टीएलएम शामिल हो।

शिक्षा मंत्री आतिशी ने शानदार टीचिंग लर्निंग मटेरियल तैयार करने वाले शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा बच्चों के लिए सकारात्मक और अनुकूल वातावरण तैयार करने और क्लासरूम को 'हैप्पी क्लासरूम' बनाने की दिशा में इस एक्ज़ीबिशन में भाग लेने वाले शिक्षकों का उत्साह सराहनीय है।

उन्होंने कहा कि अक्सर, हमारे आस-पास लोग बड़ी कक्षाओं में पढ़ाने वाले शिक्षकों को अधिक महत्व देते हैं, लेकिन प्राथमिक और पूर्व-प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक भी व्यवस्था के लिए उतने ही अधिक महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि वे छात्रों की सीखने की क्षमताओं की नींव रखते हैं। उनके सीखने की बुनियाद को मज़बूत बनाते है।

शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि अगर हम विकसित देशों के इतिहास पर नजर डालें तो हम पाते हैं कि इन देशों ने अपने हर बच्चे के लिए उनकी पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा में निवेश किया और बच्चों के मूलभूत कौशल को मजबूत करने के लिए सबसे शानदार प्राथमिक शिक्षा मुहैया करवाई।


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