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प्रदेश सरकार रोरिक आर्ट गैलरी का विकास करने में सहायता करेगी

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को कहा कि प्रदेश सरकार रोरिक आर्ट गैलरी का विकास करने में पूरी सहायता प्रदान करेगी

प्रदेश सरकार रोरिक आर्ट गैलरी का विकास करने में सहायता करेगी
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शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को कहा कि प्रदेश सरकार रोरिक आर्ट गैलरी का विकास करने में पूरी सहायता प्रदान करेगी। रूस के चित्रकार व दार्शनिक निकोलस रोरिक ने 1927 में कुल्लू के समीप आर्ट गैलरी स्थापित की थी, जो कला और संस्कृति का प्रमुख केंद्र था। उन्होंने कहा कि इसके लिए केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय से प्रदेश सरकार अनुदान की मांग करेगी।

ठाकुर ने यह बात यहां आयोजित अंतर्राष्ट्रीय रोरिक मेमोरियल ट्रस्ट के न्यास बोर्ड की 18वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। इस मौके पर भारत में रूस के राजदूत निकोले कुदशेव भी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इंटरनेशनल रोरिक मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा रोरिक की 8,126 कलाकृतियों का प्रबंधन किया जाता है और यह रूस और भारत के बीच संबंधों को मजबूत बनाने में एक महत्वूपर्ण भूमिका निभा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार इसे संरक्षित करने तथा बचाने के लिए दृढ़संकल्पित है। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय रोरिक मेमोरियल ट्रस्ट विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पर स्थित है और कुल्लू-मनाली आने वाले विदेशी सैलानी हमेशा रोरिक आर्ट गैलरी का जाते हैं।

उन्होंने याद दिलाई कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में ट्रस्ट को उसके कार्यकलापों को बढ़ाने के लिए दो करोड़ रुपये का अनुदान दिया गया था।

ठाकुर ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय रोरिक मेमोरियल ट्रस्ट नगर के मुख्य स्थल पर विराजमान है और द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी की आध्यात्मिक प्रकृति के रूप में रूस और भारतीयों के दिलों को आकर्षित कर रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार और रूस सरकार इस ट्रस्ट के रखरखाव और विकास में महत्वपूर्ण योगदान कर रही हैं। ट्रस्ट को आईसीआर मॉस्को के सक्रिय समर्थन के साथ भारत में रूसी दूतावास के माध्यम से राज्य सरकार और रूस सरकार द्वारा पारस्परिक सहयोग के आधार पर संचालित किया जा रहा है।

कुदशेव कहा कि रूसी दूतावास संग्रहालय के रखरखाव, संरक्षण तथा इसकी बहाली के पहलुओं पर राज्य सरकार के साथ सहयोग करने के लिए तैयार है।

बोर्ड की बैठक में निर्णय लिया गया कि अंतर्राष्ट्रीय रोरिक मेमोरियल ट्रस्ट परिसर को रोरिक विरासत के रूप में विकसित करने के साथ-साथ कलाकारों, विद्वानों, विशेषज्ञों के लिए विश्राम गृहों के निर्माण के लिए विकसित किया जाएगा। यह भी निर्णय लिया गया कि रोरिक मेमोरियल संग्रहालय परिसर रोरिक हाउस की बहाली को शामिल करके सृजित किया जाएगा।


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