एक रैंक एक पेंशन को लेकर अर्धसैनिकों का शुरू होगा अनिश्चितकालीन धरना
बीस लाख जवानों की संस्था पूर्व अर्धसैनिक बल कल्याण संघों के महासंघ के बैनर तले ये लोग अपनी सात मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करेंगे

नयी दिल्ली। पूर्व अर्धसैनिक बलों के जवान एवं उनके परिजन संसद के हमले की बरसी के दिन 13 दिसम्बर को एक रैंक एक पेंशन की मांग को लेकर संसद मार्ग पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे।
बीस लाख जवानों की संस्था पूर्व अर्धसैनिक बल कल्याण संघों के महासंघ के बैनर तले ये लोग अपनी सात मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करेंगे।
महासंघ के महासचिव रणबीर सिंह ने सोमवार को यहाँ एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि आज भी कई शहीद विधवाओं और पूर्व जवानों तथा अन्य कर्मियों ने संसद मार्ग पर एकत्रित होकर अपना रोष व्यक्त किया और यह फैसला किया कि सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो वे 13 दिसम्बर को बड़ी संख्या में अनिश्चितकालीन धरना देंगे।
उन्होंने कहा कि अर्धसैनिक बलों के कर्मियों को भी सेना के जवानों की तरह शहीद का दर्जा और पेंशन मिले तथा सीजीएसएच डिस्पेंसरी का विस्तार एवं कल्याण बोर्ड का गठन हो एवं सीपीसी कैंटीन में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) पर 50 प्रतिशत की छूट मिले।
उन्होंने बताया कि 2001 में संसद पर आतंकी हमले में अर्धसैनिक बलों ने संसद को बचाया था लेकिन 2004 में उनकी पेंशन ही बंद कर दी गयी और उनकी मांगे आज तक नहीं मानी गईं।
देश की पंद्रह हज़ार किलोमीटर सीमा पर ये जवान मुस्तैद होकर चौकसी करते हैं। लद्दाख में शून्य से 40 डिग्री नीचे तक बर्फीले इलाके में रहते हैं और नक्सल राज्यों में जन की जोखिम डाल कर काम करते हैं।
सीमा सुरक्षा बल भारत तिब्बत सीमा बल केन्द्रीय अर्ध सैनिक बल और सशत्र सीमा बल से जुड़े कर्मी इस महासंघ से जुड़े हैं.


