सीएए के विरोध में सपा का राज्यव्यापी प्रदर्शन
कड़े सुरक्षा इंतजाम और निषेधाज्ञा लागू होने के बीच नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में उत्तर प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) ने गुरूवार को राज्यव्यापी प्रदर्शन किया।

लखनऊ । कड़े सुरक्षा इंतजाम और निषेधाज्ञा लागू होने के बीच नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में उत्तर प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) ने गुरूवार को राज्यव्यापी प्रदर्शन किया।
कानपुर,देवरिया,कन्नौज,वाराणसी और लखनऊ समेत राज्य के विभिन्न जिलों में सीएए के विरोध में सपा कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान कई स्थानों पर रेल और सड़क यातायात बाधित करने का प्रयास किया गया हालांकि सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को लाठी पटक कर खदेड़ दिया। सपा के उग्र प्रदर्शन के मद्देनजर कुछ स्थानों पर पार्टी नेताओं को उनके घरों से बाहर नहीं निकलने दिया गया।
प्रदेश में निषेधाज्ञा लागू है और गुरूवार एवं शुक्रवार को धरना प्रदर्शन की अनुमति नहीं है। राजधानी लखनऊ में जगह जगह बेरीकेडिंग लगाये गये है। सूबे के पुलिस प्रमुख ओपी सिंह ने खुद हजरतगंज क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। सपा कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के कारण शहर में कई स्थानों पर लोगों को जाम जैसे हालात का सामना करना पडा। केडी सिंह बाबू मेट्रो स्टेशन पर एहतियात के तौर पर आवाजाही शाम पांच बजे तक बंद कर दी गयी है।
लखनऊ में सुबह साढ़े नौ बजे सपा विधायकों ने विधानभवन परिसर में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के निकट प्रदर्शन किया। वे सीएए के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। इनमे से कुछ विधायक मीडिया का ध्यान आकर्षित करने के लिये विधानभवन के मुख्य द्वार पर चढ़ गये।
नेता प्रतिपक्ष और सपा सदस्य रामगोविंद चौधरी ने कहा कि संवैधानिक मूल्यों को दरकिनार कर लाया गया सीएए सरकार की हिटलरशाही रवैये का परिचायक है और उसके निशाने पर खास समुदाय के लोग है।
उधर, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम काला कानून है जो धर्म के आधार पर देश को बांटने की कोशिश है। कुर्सी की खातिर लागू किये गये इस कानून का विरोध उनकी पार्टी हर स्तर पर करेगी। संविधान में हर धर्म के लोगों को समान अधिकार दिये गये है जबकि अल्पसंख्यकों को निशाने पर रख कर इस कानून को अमल में लाया गया है।
इस बीच पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने जनता से किसी तरह के धरना प्रदर्शन में भाग नहीं लेने की अपील की है। उन्होने कहा कि पूरे राज्य में धारा 144 लागू है और गुरूवार एवं शुक्रवार को किसी तरह के धरना प्रदर्शन की अनुमति नहीं है। उन्होने अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों को किसी आंदोलन में भाग लेने की इजाजत नहीं दे। शरारती तत्वों के खिलाफ कडी कार्रवाई नही करने से पुलिस नही हिचकिचायेगी।
देवरिया से प्राप्त सूचना के अनुसार शहर में सपा कार्यकर्ताओं ने संविधान बचाओ देश बचाओ के नारे लगाते हुये प्रदर्शन किया। कलेक्ट्रेट गेट पर सुरक्षा बलों ने उन्हे हिरासत में लेकर पुलिस लाइन भेज दिया। गिरफ्तार कार्यकर्ताओं की तादाद करीब 30 बतायी गयी है। जिलाधिकारी अमित किशोर और पुलिस अधीक्षक श्रीपति मिश्र पैदल गश्त करते नजर आये।
वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने जिले में धारा 144 लागू होने का हवाला देते हुए जनता से किसी प्रकार के जुलूस, धरना, प्रदर्शन आदि में भाग नहीं लेने की अपील की है और नहीं मानने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिये तैयार होने की चेतावनी दी है। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों द्वारा सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यमों से अफवाह फैलाकर बेनियाबाग एवं लोहता में लोगों को इकटठा होने का संदेश दिया जा रहा है। उनके संज्ञान में आया है कि कुछ लोग छात्रों को गुमराह कर शांति व्यवस्था प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय, हॉस्टल, मदरसा आदि के छात्र-छात्राओं से विशेष अपील की है कि उन्हें कोई गुमराह करता है तो बहकावे में नहीं आयें, अपने पढाई पर ध्यान दें।
अलीगढ़ में बाधित इंटरनेट सेवाओं को फिलहाल शुक्रवार तक चालू नहीं करने का फैसला लिया गया है। सिविल लांइस क्षेत्र के केलानगर चौराहे पर प्रदर्शन पर उतारू कुछ महिलाओं को महिला एसडीएम ने खदेड़ दिया। महिलाओं का आरोप है कि वे सीएए के विरोध में जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपने जा रही थी। एक महिला को सिविल लाइंस थाने भेजा गया है।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के निकट डोडपुर,अमीनिशा,जकरिया मार्केट और जमालपुर में दुकाने आज खुल गयी लेकिन व्यवसाइयों ने सीएए के विरोध में पोस्टर और बैनर लगाये। शहर में आमतौर पर जनजीवन सामान्य है और कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नही है।


