सत्रह सौ करोड़ रुपए के साथ आईएचजीएफ मेले का समापन
इंडिया एक्सपो सेंटर एवं मार्ट में चल रहे 43वें आईएचजीएफ-दिल्ली वसंत मेले का समापन हो गया, जिसमें विदेशी खरीदार व उनके प्रतिनिधि सहित 4900 लोगों ने हिस्सा लिया।
ग्रेटर नोएडा। इंडिया एक्सपो सेंटर एवं मार्ट में चल रहे 43वें आईएचजीएफ-दिल्ली वसंत मेले का समापन हो गया, जिसमें विदेशी खरीदार व उनके प्रतिनिधि सहित 4900 लोगों ने हिस्सा लिया, जबकि पिछले वर्ष 4700 खरीदारों ने हिस्सा लिया था, जिसमें 1700 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ।
ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक राकेश कुमार ने कहा कि इस वर्ष 91 देशों से खरीदारों ने मेले का दौरा किया। प्रदर्शकों ने 14 उत्पाद खंडों में 2000 उत्पादों के साथ होम, लाइफस्टाइल, फैशन, उपहार और फर्नीचर हस्तशिल्पों में अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। डी. कुमार चेयरमैन ईपीसीएच ने बताया कि अधिकतर खरीदार यूएसए, यूके, फ्रांस, जर्मनी, इटली, आस्ट्रेलिया, जापान, नीदरलैंड, स्पेन और चीन से पहुंचे थे।
ईपीसीएच के ईडी राकेश कुमार ने बताया कि हस्तशिल्प के क्षेत्र में उद्यमिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शिल्प समूहों में इन्क्यूबेशन केंद्रों की स्थापना के लिए सेमिनार के दौरान ईपीसीएच और आईआईएफटी के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए, एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में, मुरादाबाद में मुरादाबाद संसाधन केंद्र शुरू किया गया है।
ईपीसीएच और आईआईएफटी ने इस समझौता ज्ञापन के तहत अगले पांच वर्षों में 5,000 उद्यमियों को तैयार करने का लक्ष्य रखा है। राकेश कुमार ने बताया कि अप्रैल-जनवरी 2016-17 के दौरान हस्तशिल्प के निर्यात ने रुपए के संदर्भ में 13.06 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है और 20282.18 करोड़ रुपए पर आ खड़ा हुआ है।


