कश्मीर में नेताओं और लोगों की सुरक्षा में तैनात एसपीओ को बुलाया गया वापस
जम्मू-कश्मीर में विधायकों , नेताओं और लोगों की सुरक्षा में तैनात सभी विशेष पुलिस अधिकारियों(एसपीओ) को तत्काल प्रभाव से वापस बुला लिया गया है

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में विधायकों , नेताओं और लोगों की सुरक्षा में तैनात सभी विशेष पुलिस अधिकारियों(एसपीओ) को तत्काल प्रभाव से वापस बुला लिया गया है।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) विधायक के जवाहर नगर आवास पर सुरक्षा में तैनात एक एसपीओ के सात राइफल और एक बंदूक लेकर भागने के कुछ दिन बाद सुरक्षा प्राप्त लोगों के काफिलेे में तैनात एसपीओ को वापस बुलाने का यह आदेश दिया गया है। हालांंकि यह आदेश पुलिस विभाग में चालक के तौर पर काम कर रहेे एसपीओं पर लागूूू नहीं होगा।
राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुनीर अहमद खान ने इस घटना को बहुत ही गंभीर मामला बताते हुए सुरक्षा प्राप्त लोगों की हिफाजत में तैनात एसपीओ को वापस बुलाने के आदेश दिए हैं।
उन्होंने निर्देश दिया कि लोगों की सुरक्षा में तैनात सभी एसपीओ को वापस बुलाया जाता है और अब से कोई इकाई अथवा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ)के तौर पर किसी भी एसपीओ को तैनात नहीं करेगा।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं की मांग पर अधिकांश एसपीओ को तैनात किया गया था। यहां 30 हजार से भी अधिक एसपीओ हैं और हाल ही में जब आतंकवादियों के डर से एसपीओ इस्तीफा दे रहे थे तब सरकार ने उनके मानदेय में भी बढ़ोत्तरी की।
गौरतलब है कि एसपीओ आदिल बशीर पीडीपी विधायक ऐजाज अहमद मीर के जवाहर नगर आवास से सात राइफल और एक बंदूक लेकर फरार हो गया और आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया।


