विश्व कप जीतकर हम खुद भाग्यशाली महसूस करते हैं : शेफाली वर्मा
भारतीय महिला क्रिकेट टीम को विश्व चैंपियन 2025 का खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाली विस्फोटक सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने कहा है कि हम देश को गौरवान्वित करने के लिए खेलते हैं। हमें खुशी है कि हम विश्व कप जीत पाए

फाइनल में चमकी शेफाली वर्मा महिला क्रिकेट को दिलाया नया इतिहास
- प्लेयर ऑफ द मैच बनीं शेफाली वर्मा बोलीं विश्व कप जीत महिला क्रिकेट की जीत है
- 87 रन और 2 विकेट से चमकी शेफाली वर्मा विश्व कप जीत पर जताई खुशी
नई दिल्ली। भारतीय महिला क्रिकेट टीम को विश्व चैंपियन 2025 का खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाली विस्फोटक सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने कहा है कि हम देश को गौरवान्वित करने के लिए खेलते हैं। हमें खुशी है कि हम विश्व कप जीत पाए।
शेफाली वर्मा ने कहा, "विश्व कप जीतने के बाद हमारे दिन बहुत अच्छे रहे हैं। इससे मुझे पहचान मिल रही है। हमें विश्व कप जीतने के लिए देशवासियों की तरफ से प्यार मिल रहा है। ये हमारे लिए बेहद भावनात्मक है। एक खिलाड़ी होने के नाते, हम अपने देश को गौरवान्वित करने के लिए खेलते हैं। हम विश्व कप जीत पाए। इसकी खुशी है। हमें बहुत आत्मविश्वास और प्यार मिल रहा है और हम इसके लिए बहुत भाग्यशाली महसूस करते हैं।”
विश्व चैंपियन के रूप में पुकारे जाने पर शेफाली ने कहा, "हां, अब मुझे विश्व चैंपियन कहा जा रहा है। जब मैं रोहतक गई, तो सभी ने बहुत प्यार से मेरा स्वागत किया, जो बहुत अच्छा था। उस समय मुझे लगा कि हमने सचमुच विश्व कप जीत लिया है क्योंकि पूरा रोहतक आया था। उन सभी को धन्यवाद देती हूं।"
विश्व कप जीतने के बाद अपने पिता की प्रतिक्रिया पर शेफाली ने कहा, "मेरे पिता बहुत खुश थे। रोहतक वापस आने से पहले, मैं अपने पिता से मिली थी। वे बहुत खुश थे। मेरे पिता ऐसे व्यक्ति हैं जो अपनी भावनाओं को जल्दी व्यक्त नहीं करते, लेकिन मैं उनके चेहरे पर खुशी देख सकती थी। विश्व कप जीतने के बाद जब मैंने उनसे पहली बार फोन पर बात की, तो उन्होंने कहा, 'हां भाई, चैंपियन।' यह सुनकर मुझे बहुत अच्छा लगा।”
फाइनल की रणनीति पर शेफाली ने कहा, "फाइनल से पहले, मैंने फाइनल के लिए दो-तीन चीजें प्लान की थीं। मेरे दिमाग में एक योजना भी थी कि यह इतना बड़ा मंच है और अगर मेरी एक योजना काम नहीं करती, तो मुझे दूसरी को भी उसी तरह बनाए रखना होगा। इसलिए मेरी सभी योजनाएं अच्छी तरह से लागू हो रही थीं और मैं इसके लिए बहुत खुश हूं। मैंने इतनी अच्छी पारी खेली और हमने विश्व कप जीत लिया। इसलिए मैं इसके लिए बहुत खुश और आभारी हूं।"
खिताबी मुकाबले में अपनी गेंदबाजी पर शेफाली ने कहा, “मुझे लगता है कि हर मैच से पहले, मैं हरमन दीदी से कहती थी कि मैं गेंदबाजी करने के लिए तैयार हूं और मुझे कभी भी गेंद दे दीजिए। मैं घरेलू मैचों में गेंदबाजी करती रहती हूं और इसलिए मुझे अपनी गेंदबाजी पर थोड़ा भरोसा है। हम जानते थे कि यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण साझेदारी थी और लंबे समय से चल रही थी। जब मुझे गेंदबाजी के लिए लाया गया, तो मैंने किसी भी तरह विकेट लेने के बारे में सोचा। वो साझेदारी तोड़कर मुझे अच्छा लगा।"
फाइनल में 87 रन बनाने और 2 विकेट लेने वाली शेफाली वर्मा को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था। इस पर शेफाली ने कहा, "जब मुझे प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला, तो मैंने सबसे पहले मन ही मन ईश्वर का धन्यवाद किया क्योंकि उनके बिना, मैं ऐसा नहीं कर पाती। मुझे जरूर लगा कि ईश्वर ने मुझे कुछ करने के लिए भेजा है।"
बता दें कि शेफाली विश्व कप का हिस्सा नहीं थी। प्रतीका रावल के इंजर्ड होने के बाद उन्हें सेमीफाइनल मैच में भारतीय टीम में एंट्री मिली थी। सेमीफाइनल में उनका बल्ला नहीं चला लेकिन फाइनल में उनका प्रदर्शन भारतीय महिला क्रिकेट के इतिहास में दर्ज हो गया।
विश्व कप जीतने के बाद ईश्वर में विश्वास और महिला क्रिकेट के भविष्य पर वर्मा ने कहा, "हमने ईश्वर की वजह से विश्व कप जीता। पूरी टीम को ईश्वर पर विश्वास है, और पूरे भारत को भी। जब हमने विश्व कप जीता, तो यह सिर्फ हमारी पूरी टीम की जीत नहीं थी—यह महिला क्रिकेट की जीत थी। उम्मीद है कि इससे महिला क्रिकेट में एक अलग बदलाव आएगा, और हम इसे देखने के लिए बहुत उत्साहित हैं।"


