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विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल्स 2025 के लिए भारत ने 20 सदस्यीय मजबूत टीम की घोषणा की

विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल्स 2025 का आयोजन 14 से 21 नवंबर तक ग्रेटर नोएडा के शहीद विजय सिंह पथिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में होने वाला है

विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल्स 2025 के लिए भारत ने 20 सदस्यीय मजबूत टीम की घोषणा की
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नई दिल्ली। विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल्स 2025 का आयोजन 14 से 21 नवंबर तक ग्रेटर नोएडा के शहीद विजय सिंह पथिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में होने वाला है। इस आयोजन में 18 देशों के 140 से अधिक मुक्केबाज हिस्सा ले रहे हैं। इनमें 3 ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज भी शामिल हैं। भारत ने इस आयोजन के लिए 20 सदस्यीय मजबूत मुक्केबाजी दल की घोषणा की है। इसमें 10 पुरुष और 10 महिला मुक्केबाज शामिल हैं।

महिला वर्ग में पूर्व विश्व चैंपियन निखत जरीन (51 किग्रा), मौजूदा विश्व चैंपियन जैस्मीन लम्बोरिया (57 किग्रा), मौजूदा विश्व चैंपियन मीनाक्षी (48 किग्रा), दो बार की एशियाई चैंपियन पूजा रानी (80 किग्रा), पूर्व विश्व चैंपियन स्वीटी बूरा (75 किग्रा), और विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता नूपुर श्योराण (80+ किग्रा) जैसे बड़े नाम शामिल हैं। इसके अलावा प्रीति (54 किग्रा), परवीन (60 किग्रा), नीरज फोगट (65 किग्रा), और अरुंधति चौधरी (70 किग्रा) भी शामिल हैं।

पुरुष दल में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का मिश्रण है। पुरुष दल का नेतृत्व हितेश (70 किग्रा) और अभिनाश जामवाल (65 किग्रा) कर रहे हैं। दोनों इस सीजन के पहले विश्व मुक्केबाजी कप चरणों के पदक विजेता हैं। अन्य मुक्केबाजों में जदुमणि सिंह (50 किग्रा), पवन बर्तवाल (55 किग्रा), सचिन (60 किग्रा), सुमित (75 किग्रा), लक्ष्य चाहर (80 किग्रा), जुगनू (85 किग्रा), नवीन कुमार (90 किग्रा), और नरेंद्र (90+ किग्रा) शामिल हैं।

इस प्रतिष्ठित आयोजन में तीन पेरिस ओलंपिक पदक विजेता—दक्षिण कोरिया के एजी इम और चीनी ताइपे के वू शिह-यी और चेन निएन-चिन के साथ-साथ दुनिया भर के कई विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप और विश्व कप स्वर्ण पदक विजेता भी शामिल होंगे।

बीएफआई अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा, "विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल की मेजबानी भारतीय मुक्केबाजी के लिए एक गौरवशाली क्षण है और यह दर्शाता है कि हम वैश्विक मंच पर कितनी दूर तक पहुंच गए हैं। दुनिया के शीर्ष देशों और ओलंपिक पदक विजेताओं को यहां प्रतिस्पर्धा के लिए लाना न केवल एक सम्मान है, बल्कि एक मुक्केबाजी महाशक्ति के रूप में भारत के बढ़ते कद का प्रमाण भी है। हमारे एथलीटों ने दिखाया है कि वे सर्वश्रेष्ठ के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो सकते हैं, और यह आयोजन उन्हें एक बार फिर इसे साबित करने का एक मंच प्रदान करता है।"

विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल इस खेल की वार्षिक वैश्विक श्रृंखला का समापन होगा, जिसमें सीजन के शीर्ष रैंक वाले एथलीट प्रतिष्ठित विश्व मुक्केबाजी कप ट्रॉफी के लिए दस भार वर्गों में प्रतिस्पर्धा करेंगे।


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