अध्यात्म हमारी सबसे बड़ी शक्ति है; यह हमारे राष्ट्र की अंतरात्मा : उपराष्ट्रपति
उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने रविवार को यहां एक किताब के विमोचन के दौरान कहा कि भारतीय सभ्यता एकता, शांति और सामाजिक सद्भाव के सार्वभौमिक मूल्यों की प्रतीक है

नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने रविवार को यहां एक किताब के विमोचन के दौरान कहा कि भारतीय सभ्यता एकता, शांति और सामाजिक सद्भाव के सार्वभौमिक मूल्यों की प्रतीक है। वहीं सभी को हमेशा जाति, लिंग, धर्म और क्षेत्र के संकीर्ण विचारों से ऊपर उठकर समाज में एकता, सद्भाव और शांति लाने के लिए कार्य करना चाहिए।
उन्होंने युवाओं से स्वामी प्रभुपाद जैसे महान संतों और आध्यात्मिक गुरुओं से प्रेरणा लेने और बेहतर इंसान बनने के लिए अनुशासन, कड़ी मेहनत, धैर्य और सहानुभूति जैसे गुणों को आत्मसात करने के लिए कहा।
अध्यात्म को हमारी सबसे बड़ी शक्ति बताते हुए उन्होंने कहा , "आध्यात्मिकता हमारे राष्ट्र की आत्मा रही है और प्राचीन काल से ही हमारी सभ्यता की आधारशिला रही है। हमारा धर्मग्रंथ भगवद गीता मानव अस्तित्व की सभी समस्याओं का अंतर²ष्टिपूर्ण समाधान प्रदान करता है, जिसमें ²ष्टिकोण से लेकर पीड़ा से मुक्ति, आत्म-प्राप्ति और मोक्ष या मोक्ष प्राप्त करने, धर्म की प्रकृति और महत्व से लेकर कर्म, भक्ति का और अन्य दार्शनिक प्रश्नों की एक विस्तृत श्रृंखला का अत्यधिक महत्व है।"


