सपा एमएलसी रमेश मिश्रा के भाई से अवैध मौरंग खनन मामले में पूछताछ
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिलेे में अवैध मौरंग खनन के मामले में सीबीआई ने आज दसवें दिन मौरंग पट्टाधारकों एवं व्यवसायियों का खाता खंगालने के बाद सपा एमएलसी रमेश मिश्रा के भाई से पूछताछ की है

हमीरपुर| उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिलेे में अवैध मौरंग खनन के मामले में केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आज दसवें दिन मौरंग पट्टाधारकों एवं व्यवसायियों का खाता खंगालने के बाद समाजवादी पार्टी(सपा) एमएलसी रमेश मिश्रा के भाई से पूछताछ के बाद उनके मुनीम एवं पूर्व महाधिवक्ता से लम्बी पूछताछ की है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जिले में अवैध मौरंग खनन को लेकर उच्च न्यायालय के आदेश से कराई जा रही सीबीआई जांच में टीम अब तक कई थानेदारों, मौरंग पट्टाधारकों, राज्य सरकार के रहे विधि सलाहकार मनोज त्रिवेदी, ग्राम प्रधान सुदर्शन यादव एवं रामफूल निषाद से पूछताछ कर उनके बयान दर्ज कर चुकी है।
सीबीआई का लगातार शिकंजा कसते देख अवैध मौरंग खनन करने वाले लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है। वहीं अवैध मौरंग खनन वाले स्थान की जांच टीम ने पूरी तरह फोटोग्राफी करा ली है।
यही नही कल रात बांदा के रहने वाले शासन में रहे पूर्व महाधिवक्ता एवं एआरटीओ मोहम्मद अजीम से सीबीआई टीम ने कई घंटे तक पूछताछ की और उनके बयान दर्ज किये जिससे परिवहन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
जिले में कई सालों से तैनात एआरटीओ सीबीआई के चक्कर में बुरी तरह फंसते जा रहे हैं1 इनके खिलाफ कई सबूत भी मिल गये है। पिछले दिनों जांच में तीन महीने में सैकडों ट्रकों का मौरंग ओवरलोड में चालान किया गया था लेकिन इसके बाद भी प्रशासन ने अवैध मौरंग खनन होने को लेकर सिरे से खारिज कर दिया था। वर्ष 2015 में शासन से किये गये मौरंग के 49 पट्टों को उच्च न्यायालय के आदेश से रद्द कर दिया गया था।
उन्होंने बताया कि अवैध खनन करने को लेकर उस समय जिले में रह चुके भारतीय प्रशासनिक सेवा(आईएएस) के तीन वरिष्ठ अधिकारियों बी चंद्रकला, संध्या तिवारी और भवनाथ से पूछताछ की जाने की उम्मीद जतायी जा रही है।इनके कार्यकाल में जिले में अवैध मौरंग खनन की जमकर शिकायते की गयी थी।
कल रात सरकार के एक बहुत बड़े अधिकारी को बुलाकर अवैध खनन को लेकर सीबीआई ने बयान दर्ज किये है लेकिन उनका नाम गुप्त रखा गया है।


