सोनू को क्यों है अज़ान से परेशानी
सोनू को क्यों है अज़ान से परेशानी

सोनू को क्यों है अज़ान से परेशानी
गायक सोनू निगम इन दिनों ठीक से सो नहीं पा रहे हैं। उनकी नींद में खलल डाल रही है सुबह की अज़ान। वे इतना परेशान हैं कि उन्हें बार-बार ट्वीटर का सहारा लेना पर रहा है। वो अपनी परेशानी आम जनता तक पहुंचाने में सफल तो हो गए लेकिन विवादों में भी घिर गए हैं। अज़ान को लेकर ट्वीटर पर उन्होंने लिखा क्या था - पहला ट्वीट-
'ईश्वर सभी पर कृपा करे। मैं मुस्लिम नहीं हूं और आज अजान से जागा। भारत में कब तक धार्मिक रीतियों को जबरदस्ती ढोना पड़ेगा।'
जब उनके इस बयान पर बवाल मचा तो उनका दूसरा ट्वीट आया- , 'मैं प्रार्थना के नहीं सिर्फ लाउडस्पीकर के खिलाफ हूं।'
अजान के शोर पर सोनू निगम के ऐतराज से नाराज़ पश्चिम बंगाल अल्पसंख्यक यूनाइटेड काउंसिल के उपाध्यक्ष मौलवी सैयद शाह आतेफ अली अल कादरी ने सोनू का सिर मुंडा कर पुराने जूतों की माला पहनाने वाले को 10 लाख रुपए देने का ऐलान कर दिया। इस फतवे का तुर्की-ब-तुर्की जवाब देते हुए सोनू निगम ने अपनी बात को और पुख्ता करने के लिए एक प्रेस कांफ्रेंस की, जिसमें वह खुद सिर मुंडा कर आए। उधर फतवा जारी करने वाले मौलवी सैयद शाह को भी जान से मारने की धमकियां मिलने लगी जिसके बाद मौलवी ने कोलकाता पुलिस कमिश्नर से शिकायत कर जांच की अपील की।
इस बीच , सोनू को मौसिकी की तालीम देने वाले उस्तािद गुलाम मुस्तउफा खान ने ट्वीट कर कहा है कि ‘सोनू सबका सम्माेन करता है।’ खान ने ट्विटर पर लिखा है कि ”मीडिया लगातार मुझसे संपर्क करके सोनू निगम ट्वीट के बारे में मेरी राय जानना चाह रहा है। वह मेरा स्टू डेंट है और मेरे बेटे की तरह है। मैं उसे जानता हूं, वह किसी को चोट नहीं पहुंचाएगा। वह सबका सम्मामन करता है। उसकी बातों का गलत मतलब न निकाला जाए और धर्म को बीच में न लाया जाए। वह मंदिर और गुरुद्वारे जैसी धार्मिक जगहों पर लाउडस्पीाकर के इस्तेरमाल पर भी सवाल उठाता है जो कि शब्दोंि की सीमा के चलते एक ट्वीट में पोस्टु नहीं किया जा सकता, जैसे मैं कई ट्वीट्स में पोस्टव कर रहा हूं। और यदि सबको लगता है कि उसने धार्मिक भावनाओं को आहत किया है तो उन्हें सफाई के बाद माफ कर देना चाहिए। शांति बनाए रखें और सबसे ऊपर इंसानियत रहने दें।”
तो सोनू निगम के गुरु ने अपने शागिर्द का बचाव करते हुए वो सारी बातें कह दी जो सोनू को कहनी चाहिए थी। लेकिन सोनू एक गायक हैं, कलाकार हैं। उन्हें पता है कि मीडिया में कैसे बने रहना है। इसलिए अब उन्होंने अज़ान का एक वीडियो ट्वीट किया है जिसमे अज़ान की आवाज़ आ रही है। कुल मिलाकर सोनू निगम ने जो मुद्दा छेड़ा है वह "शोर" का है। हालाँकि शोर पर शोर है मचाने के लिए उन्होने अजान का ही नाम लिया, जबकि लाउडस्पीकर का उपयोग न सिर्फ मस्जिदों में होता है बल्कि मंदिर, गुरूद्वारे और न जाने कितने धार्मिक-आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक आयोजनों में इसका इस्तेमाल किया जाता है। शोर से उत्पन्न ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक लाउडस्पीकर का इस्तेमाल न किया जाए। अदालती आदेश यह भी कहता है कि चाहे दिन का वक़्त ही क्यों न हो अस्पताल के आस-पास ऊँची आवाज़ न फैलाई जाये। लेकिन हमारे देश में कानून तोड़ने में मज़ा लेने वालो के साथ सख्ती कब और कैसे बरती जाएगी यह भी बड़ा सवाल है। इन तमाम मसलों पर चर्चा के लिए आज हमारे साथ मौजूद हैं पत्रकार पुष्परंजन।


