सोनिया का बयान भ्रामक और दुर्भावना से ग्रस्त : नड्डा
भारतीय जनता पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने शनिवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी द्वारा तथाकथित व्हाट्सएप जासूसी मामले पर दिए गए तथ्यहीन बयान की कड़ी भर्त्सना की

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने शनिवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी द्वारा तथाकथित व्हाट्सएप जासूसी मामले पर दिए गए तथ्यहीन बयान की कड़ी भर्त्सना की और कहा कि उनका बयान भ्रामक, झूठा और देश को गुमराह करने वाला है तथा भाजपा उनके इस बयान की कड़ी निंदा करती है।
श्री नड्डा ने ट्वीट करते हुए कहा कि श्रीमती सोनिया गाँधी को देश की जनता के सामने पहले इस तथ्य पर प्रकाश डालना चाहिए कि संयुक्त प्रगतिशील प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के शासनकाल में 10 जनपथ से किसे पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी जी की जासूसी के लिए अधिकृत किया गया था जब वे कांग्रेस की तत्कालीन संप्रग सरकार में मंत्री थे। इतना ही नहीं, श्रीमती गाँधी को इस पर भी जवाब देना चाहिए कि आर्मी चीफ के पद पर रहते हुए श्री वी के सिंह की जासूसी कांग्रेस सरकार में किसने करवाई थी? ऐसा प्रतीत होता है कि श्रीमती गाँधी शायद कांग्रेस की संप्रग सरकारों के समय साजिश के तहत हुई कई हस्तियों की जासूसी पर ही अपनी राय जाहिर कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को दुर्भावना की राजनीति से बाज आ जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वहाट्सएप जासूसी के इस मामले में सरकार का कोई लेना देना ही नहीं है। सरकार इस मामले में अपना रुख पहले ही स्पष्ट कर चुकी है। आईटी मंत्रालय ने इस संबंध में कई कदम उठाये हैं जिसके बारे में पहले ही देश की जनता जानती है। किसी थर्ड पार्टी गतिविधियों को सीधे सरकार से जोड़ देना कांग्रेस पार्टी के वैचारिक दिवालियेपन को दिखाता है।
उल्लेखनीय है कि इस विषय में सरकार ने न केवल व्हाट्सएप से इसका जवाब माँगा है बल्कि ये भी पूछा है कि जासूसी की जानकारी सरकार को क्यों नहीं दी जबकि ये वाकया मई के महीने का ही है।


