प्रेमिका के लिए बेटे ने दी बाप की सुपारी
बेटे कि इच्छा थी कि वह बाइक पर अपनी माशूका को घुमाए और दोस्तों के साथ अय्याशी करे

नोएडा। बेटे कि इच्छा थी कि वह बाइक पर अपनी माशूका को घुमाए और दोस्तों के साथ अय्याशी करे। यह बात पिता को नागवार लगती थी। फिर क्या थे कलयुगी बेटे ने अपने ही पिता की हत्या की साजिश रच डाली। शूटरों से 10 लाख रुपए में पिता की हत्या करने की डील तय हुई।
13 अप्रैल रात नौ बजे शूटरों ने दुकान के अंदर घुसकर पिता की हत्या कर दी। पुलिस ने बेटे समेत तीनों शूटरों को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों शूटर शनिवार को पैसा लेने कबाड़ की दुकान पर आने वाले थे।
हत्या की वजह सिर्फ इतनी सी थी उसके पिता उसे पे्रमिका को घुमाने के लिए पैसे नहीं देते थे। क्राइम ब्रांच की एसपी प्रीति बाला गुप्ता ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिलने के बाद मुकीम को सेक्टर-78 स्थित एक दुकान से गिरफ्तार किया गया । मुकीम ने पूछताछ में बताया कि उसने ही मोईन, वसीम और आशु को 10 लाख रुपए की सुपारी दे कर हत्या करवाई थी। ये तीनों उससे 10 लाख रुपए लेने के लिए सेक्टर-78 में एक दुकान पर आने वाले हैं। जिसके बाद पुलिस ने बताई हुई जगह से तीनों को गिरफ्तार कर लिया।
मुकीम ने बताया कि वह अपने पापा के साथ कबाड़े की दुकान पर काम करता था। शाम को हिसाब करते समय मेरे पापा आबिर ऊर्फ भूरा मुझे शाम को हिसाब करते समय खर्चे लायक पैसे नही देते थे। मैने कई बार उनसे कहा भी था कि मेरे भी तो खर्चे है, मुझे खर्चे लायक पैसे दिया करो, लेकिन वह मेरे बाते नही सुनते थे।
मेरे पिता ने कई बार मेरे साथ मारपीट भी की। मेरी पे्रमिका व मेरे दोस्तो को बुलाकर बाईक पर घुमाता फिराता था। घुमाने फिराने के लिए मेरे पिता मुझे खर्चे लायक पैसे नही देते थे।
प्रेमिका को घुमाने के लिए नहीं दिए पैसे रच डाली हत्या साजिश
आरोपी बेटा ने अपने पिता से कहा कि मुझे मेरे दोस्तो के साथ घुमने फिरने के लिए पैसो की जरुरत है। पिता ने भला बुरा कहा व मेरे साथ मारपीट की थी। मैने अपने मन में सोच लिया कि मुझे अब मेरे पिता को अपने रास्ते से हटाना है,इसी दौरान मेरी मुलाकात मोईन नाम एक लड़के से हुई जिसको मैने सारी बाते बतायी उसने कहा कि मेरे पास 2-3 ऐसे लडके है जो तेरा ये काम कर देंगें, लेकिन तुझे खर्चा करना पडेगा।
इस पर मोईन से 10 लाख रुपये में बात हो गयी तथा यह तय हुआ कि थोडे बहुत खर्चे के पैसे मै पहले दूंगा व बाकि के पैसे काम होने के बाद में दूंगा जिस पर आपसी सहमति बन गयी।
हत्या से एक महीने पहले डील हुई तय
ॉमेरे पिता की हत्या से लगभग एक महीना पहले मोईन ने मेरी मुलाकात आशु व वसीम से कराई । मुकीम ने बताया कि घर पर एक तिजोरी है जिसमें उसका पिता अपनी कमाई के पैसे रखता था। जिसका पासवर्ड उसे व उसके पिता को ही पता था। पिता की मृत्यु होने के बाद मुस्लिम रिवाज के अनुसार उसकी माँ उसी कमरे में बैठी है, जिसमें तिजोरी है। जिस कारण वह तिजोरी से पैसे नही निकाल पाया। इसलिए अब वे सब उससे 10 लाख रुपये लेने आ रहे थे।
अय्याशी के नशा बना हत्या की वजह
मोहब्बत और पैसा का नशा कलयुगी बेटे को ऐसा चढ़ा की उसने अपने ही बाप की हत्या करवा दी । फिलहाल रिश्तों को तार तार करने वाला मुकीम अपने साथियों के साथ जेल में जहां अब उसकी सारी उम्र सलाखों के पीछे गुजरेगी । शायद अब उसे अपनी करनी पर पछतावा भी हो लेकिन उसकी करतूत ने पूरे परिवार को कभी न मिटने वाला दर्द दिया है ।


