एलओसी पर गोलीबारी में जवान शहीद, सेना ने कहा सीजफायर अब नहीं चलेगा
एलओसी पर रहस्यमयी गोलीबारी अर्थात पाक सेना के स्नाइपरों द्वारा दागी जाने वाली गोलियों ने एक और भारतीय जवान की जान ले ली है

श्रीनगर। एलओसी पर रहस्यमयी गोलीबारी अर्थात पाक सेना के स्नाइपरों द्वारा दागी जाने वाली गोलियों ने एक और भारतीय जवान की जान ले ली है। टंगधार में किसी जवान की स्नाइपर राइल के हमले में होने वाली मौत कोई पहली नहीं है। सीमाओं पर संघर्ष विराम के बाद से ही पाकिस्तानी सेना के स्नाइपरों द्वारा किए जाने वाले ऐसे हमलों में गैर सरकारी तौर पर एक सौ से अधिक जवानों की मौत संघर्ष विराम के 14 साल के अरसे में हो चुकी है।
यह भी सच है कि पाकिस्तान से सटी एलओसी पर जारी सीजफायर के बीच होने वाली स्नाइपर या रहस्यमयी गोलीबारी की घटनाओं से सेना परेशान हो उठी है। उसकी परेशानी इन घटनाओं में बीसियों जवानों की हुई मौत है और उसकी हालत यह है कि वह इसके लिए किसी को दोषी ठहराने की स्थिति में इसलिए नहीं है क्योंकि अगर ऐसा करती है तो सीजफायर दांव पर लग जाता है। वैसे भी सेना के बकौल, एलओसी पर सीजफायर को अब जारी रख पाना संभव नहीं रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, इन रहस्यमयी गोलीबारी की घटनाओं के पीछे पाकिस्तानी सेना के वे निशानेबाज हैं जो स्नाईपर राइफलों से भारतीय जवानों को निशाना बना रहे हैं। कई बार फ्लैग मीटिंगों में भारतीय पक्ष द्वारा इस पर आपत्ति जताई जा चुकी है लेकिन हर बार पाक सेना ऐसी किसी गोलीबारी की घटना से इंकार कर चुकी है।
नतीजतन रहस्यमयी गोलीबारी, जिसके पीछे भारतीय पक्ष के मुताबिक पक्के तौर पर पाकिस्तानी सेना और उसके वे आतंकी पिट्ठू हैं जो सीमा के उस पार पाक सीमा चौकियों पर शरण लिए हुए हैं, से सेना परेशान हो उठी है। उसकी परेशानी का कारण, गोली का जवाब वह गोली से नहीं दे सकती क्योंकि ऐसा करने पर सीजफायर की उल्लंघना होगी और पाक सेना फिर उसका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लाभ उठा सकती है।
ऐसी दशा में सेना के पास ऐसी रहस्यमयी गोलीबारी की घटनाओं और घुसपैठ के बढ़ते दबाव से निपटने का एक ही रास्ता बचा है और वह यह है कि एलओसी पर जारी सीजफायर समाप्त हो जाए। एक सेनाधिकारी के बकौलः‘सीजफायर ने पाक सेना को अपनी पोजिशनें मजबूत करने और घुसपैठ को कारगार ढंग से अंजाम देनेे का मौका दिया है।’
यह सच है। पाक सेना ने एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अपनी पोजिशनों को जिस प्रकार मजबूर कर लिया है वह भारतीय सेना के लिए चिंता का विषय बन गया है। ठीक इसी प्रकार पाक सेना द्वारा धड़ल्ले के साथ आतंकवादियों को इस ओर धकेेलने की कोशिशों पर पानी फेरने में भारतीय सेना नाकाम इसलिए हो रही है क्योंकि वे खुल कर आतंकवादियों पर गोलियां या गोले भी इसलिए नहीं बरसा पाती है क्योंकि उन्हें डर लगा रहता है कि कोई गोला-गोली भटक कर उस पार न चला जाए।


