हिंदुओं की जनसंख्या कम होने से सामाजिक समरसता खतरे में
गिरिराज सिंह यहीं नहीं रुके, अपनी बात के समर्थन में उन्होंने कुछ आंकड़े पेश करते हुए कहा कि यूपी, असम, पश्चिम बंगाल, केरल के 54 जिलों में हिंदुओं की आबादी कम हुई है

नोएडा।केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने आबादी के अनुपात को लेकर फिर विवादास्पद बयान दिया है। रविवार को नोएडा के सेक्टर-19 में पहुंचे एक कार्यक्रम के दौरान गिरिराज ने कहा कि लोकतंत्र तब तक ही सुरक्षित है जब तक हिंदू बहुसंख्यक हैं। हिंदुओं की आबादी कम होने से सामाजिक समरसता खतरे में पड़ जाएगी। गिरिराज सिंह यहीं नहीं रुके, अपनी बात के समर्थन में उन्होंने कुछ आंकड़े पेश करते हुए कहा कि यूपी, असम, पश्चिम बंगाल, केरल के 54 जिलों में हिंदुओं की आबादी कम हुई है, जिन जिलों में मुस्लिमों की आबादी बढ़ रही है वो देश की एकता व अखंडता के लिए खतरा है।
रविवार को जनसंख्या समाधान फाउंडेशन की तरफ से सेक्टर-19 के सिटी मजिस्ट्रेट के कार्यालय पर धरना प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर देश में हिंदू धर्म नहीं बचेगा तो देश में बेटी और बहनें भी नहीं बचेंगी। हिंदू संस्कृति खतरे में है और इसी कारण से उन्हें अब राजनीति में भी कोई दिलचस्पी नहीं बची है। गिरिराज सिंह ने कश्मीर में हिंदुओं के ऊपर हुए अत्याचार का जिक्र करते हुए कहा कि हिंदू समाज को जमकर लताड़ा और कहा कि जिस तरीके से 1990 में 7 लाख हिंदुओं को भगाया गया उसके बाद भी देश के किसी भी हिंदू के दिल में पीड़ा और तड़प नहीं जगी थी। देश में हिंदुओं की तेजी से घट रही जनसंख्या को लेकर भी गिरिराज सिंह ने चिंता जताई और कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए जल्द से जल्द कानून बनाने की जरूरत है और इसके लिए वह पूरे देश में घूमकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
गिरिराज ने कहा कि देश के जिस हिस्से में हिंदुओं की जनसंख्या कम हुई है वहां पर सामाजिक समरसता टूटती जा रही है।
नोएडा एसएसपी के समर्थन में आए केंद्रीय मंत्री
रविवार को नोएडा पहुंचे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि नोएडा के एसएसपी डॉ. अजयपाल शर्मा की तरफ से सार्वजनिक पार्क में भारी संख्या में लोगों के द्वारा नमाज अदा करने पर पाबंदी लगाए जाने पर समर्थन जताया। उन्होंने कहा कि शांति माहौल को बरकरार रखने के लिए जिला प्रशासन ने जो आदेश दिए हैं वो बिल्कुल सही है। रविवार को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जनसंख्या समाधान फाउंडेशन की तरफ से आयोजित धरना प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे थे, लेकिन उन्हें कार्यक्रम में शामिल नहीं होने दिया गया।


