संघ से जुड़े सामाजिक समरसता मंच ने आंबेडकर के विचार अपनाने पर दिया बल
आरएसएस से जुड़े सामाजिक समरसता मंच ने बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 130वीं जयंती के उपलक्ष्य पर आयोजित एक कार्यक्रम में उनके विचारों को अपनाने पर जोर दिया है
नई दिल्ली। आरएसएस से जुड़े सामाजिक समरसता मंच ने बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 130वीं जयंती के उपलक्ष्य पर आयोजित एक कार्यक्रम में उनके विचारों को अपनाने पर जोर दिया है। शनिवार को अंबेडकर भवन में आयोजित एक सेमिनार में बाबा साहब के विचारों के अनुरूप भेदभाव रहित समाज बनाने का संकल्प लिया गया। राष्ट्रीय संत बाल योगी उमेश नाथ महाराज ने भी डॉ. आंबेडकर के विचारों पर प्रकाश डाला। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह-प्रांत कार्यवाह अनिल ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के विचारों को आत्मसात करते हुए समाज में एकरूपता, समरसता किस प्रकार से स्थापित हो सकती है, इस बात पर चिंतन पर जोर दिया। सामाजिक समरसता मंच का प्रयास है कि व्यक्ति, परिवार व समाज में भेदभाव रहित सामाजिक समरसता स्थापित करके समाज को एक उज्ज्वल भविष्य की ओर अग्रसर किया जाए, ताकि डॉ. आंबेडकर का सपना पूरा हो सके।
इस मौके पर सामाजिक समरसता के राष्ट्रीय संयोजक रामप्रसाद, वाल्मीकि समाज से अनिल वाल्मीकि, सुरेंद्र चौधरी, रोहित ढिल्लोड, खटीक समाज से डॉ. देवराज, धानक समाज, रैगर समाज, धोबी समाज डॉ.चंद्रकांता के माथुर, किशन लाल, रचना कनौजिया, शगुन कनौजिया आदि मौजूद रहे।


