सांप को टुकड़ों में काटकर डिब्बे में बंद किया और पहुंच गई झाड़-फूंक कराने, मौत
सर्पदंश के तत्काल बाद यथासंभव अस्पताल लाकर उपचार कराने संबंधी तमाम जागरुकता के बावजूद ग्रामीण अंचलों में लोगों के मध्य झाड़-फूंक से ठीक होने की भ्रांति अब भी व्या

कोरबा। सर्पदंश के तत्काल बाद यथासंभव अस्पताल लाकर उपचार कराने संबंधी तमाम जागरुकता के बावजूद ग्रामीण अंचलों में लोगों के मध्य झाड़-फूंक से ठीक होने की भ्रांति अब भी व्याप्त है। इसी भ्रांति ने एक पीड़िता की समय पर उपचार न मिलने से जान ले ली।
जानकारी के अनुसार कुसमुंडा थाना अंतर्गत गेवरा बस्ती धरमपुर निवासी दिलकुंवर 50 वर्ष मंगलवार की रात घर में जमीन पर सोयी थी। उसकी कोई संतान नहीं है और पति की मौत के बाद घर पर अकेले ही रहकर खेती-किसानी कर जीवन-यापन कर रही थी। दिलकुंवर को मंगलवार की रात सर्प ने डस लिया। पहले तो उसे लगा कि किसी चूहे या बरसाती कीड़े ने काटा होगा, जागकर आसपास देखा तो सांप नजर आया। उसने सांप को पकड़कर उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काटा और डिब्बे में रख दिया।
इसके बाद अस्पताल जाने के बजाय झाड़-फूंक कराने बैगा के पास पहुंच गई। घंटों तक झाड़-फूंक के दौरान उसकी हालत बिगड़ने लगी तब स्थानीय लोग उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे जहां ईलाज शुरू होने से पहले दम तोड़ दिया। अस्पताल चौकी पुलिस ने अस्पताल मेमो पर मर्ग कायम कर पंचनामा व पोस्टमार्टम बाद शव उसके निकटतम रिश्तेदार को सौंपने की कार्रवाई की।


