स्वर्ण मंदिर में लगे 'खालिस्तान जिंदाबाद' के नारे
ऑपरेशन ब्लूस्टार की 33वीं बरसी के मौके पर अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे।
नई दिल्ली। ऑपरेशन ब्लूस्टार की 33वीं बरसी के मौके पर अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे, बताया जा रहा है कि मंदिर में हजारों की तादाद में लोग मौजूद थे, इसी दौरान कई सिख संगठनों ने नारेबाजी की, नारेबाजी का वीडियो भी जारी किया गया है।
दरअसल कार्यक्रम के दौरान अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी गुरूवचन सिंह ने कौम के नाम संदेश शुरू किया तो वहां मौजूद लोग नारेबाजी करने लगे, बताया जा रहा है कि कुछ समय पहले सिख संगठन ने एलान किया था कि वह ज्ञानी गुरूवचन सिंह को जत्थेदार नहीं मानते. इसीलिए आज सिख संगठन ने इसका विरोध किया।
पंजाब पुलिस को आशंका थी ऑपरेशन ब्लूस्टार की बरसी के दौरान हिंसक घटना हो सकती है, इसीलिए उन्होंने एहतियातन के तौर पर सुरक्षा बढ़ाई हुई थी,हालंकि पुलिस स्वर्ण मंदिर में खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाले लोगों की पहचान कर रही है।
आपको बता दें कि 6 जून 1984 को ऑपरेशन ब्लू स्टार किया गया. भारतीय सेना का ये मिशन अमृतसर के स्वर्ण मंदिर को जरनैल सिंह भिंडरावाले और उनके समर्थकों के चंगुल से छुड़ाना था।
ऑपरेशन के दौरान बहुमूल्य दस्तावेजों और किताबों की लाईब्रेरी में आग लग गई थी। फायरिंग में चली कई गोलीयां हरमंदरसाहब की तरफ भी गई. अकालतख्त को भी भारी नुकसान हुआ. 6 जून को सुबह से शाम गोली चलती रही. देर रात जरनैल सिंह भिंडरावाले की लाश सेना को मिली।
7 जून की सुबह ऑपरेशन ब्लू स्टार खत्म हो गया...इस ऑपरेशन को स्वतंत्र भारत में असैनिक संघर्ष के इतिहास की सबसे खूनी लड़ाई माना जाता है. इस ऑपरेशन में सैकड़ों की संख्या में लोग मारे गए थे।


