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अमरनाथ दर्शन के लिए छह हजार तीर्थयात्री रवाना 

जम्मू-कश्मीर में बालटाल और पहलगाम आधार शिविर से महिलाओं और साधु सहित छह हजार श्रद्धालुओं के जत्थे शुक्रवार को दक्षिणी कश्मीर के हिमालय स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के लिए रवाना हुए

अमरनाथ दर्शन के लिए छह हजार  तीर्थयात्री रवाना 
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श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर में बालटाल और पहलगाम आधार शिविर से महिलाओं और साधु सहित छह हजार श्रद्धालुओं के जत्थे शुक्रवार को दक्षिणी कश्मीर के हिमालय स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के लिए रवाना हुए।
अट्ठाइस जून से शुरू हुई पारंपरिक पहलगाम और लघु बालटाल मार्ग से 60 दिन तक चलने वाली तीर्थयात्रा के तहत अब तक 1.52 लाख से अधिक यात्री पवित्र गुफा के दर्शन कर चुके हैं।

तीर्थयात्रा शुरू होने के पहले 15 दिन से लेकर अब तक दो सेवादारों के अलावा 20 तीर्थयात्रियों की स्वास्थ्य कारणों और दुर्घटना में मौत हो गयी है। अधिकारियों ने कहा,“ पवित्र गुफा के लिए दोनों तरफ से तीर्थयात्रा सुचारू रूप से चल रही है। ”
अधिकारी ने कहा, “ कल तीर्थयात्रा के 15 दिन पूरे हो गए, अब तक 18,500 यात्री पवित्र गुफा के दर्शन कर चुके हैं। ”

आज सुबह 3,800 श्रद्धालुओं का नया जत्था बालटाल के आधार शिविर से पवित्र गुफा की तरफ निकला। ये सभी तीर्थयात्री 14 किलोमीटर लंबे पहाड़ी रास्तों को पैदल पार करने के बाद आज पवित्र गुफा में पूजन-दर्शन किया जबकि
जो तीर्थयात्री कल रात दर्शन के बाद यहां रुक गए थे, वे आज सुबह आधार शिविर के लिए वापसी यात्रा शुरू कर चुके हैं।

इसी तरह, 2,200 तीर्थयात्रियों को नया जत्था भी नुनवान पहलगाम आधार शिविर से चंदनवारी के लिए निकला, जो कि इस पारंपरिक मार्ग पर पहला रुकने का स्थान है, यहां वाहन से भी पहुंच सकते हैं। इस दौरान, जो तीर्थयात्री कल रात चंदनवाडी और अन्य पड़ाव स्थान पर रुके थे, उन्होंने आज सुबह पवित्र गुफा के दर्शन के लिए पैदल यात्रा शुरू की।

अधिकारी ने कहा, “ जबसे यात्रा शुरू हुई तबसे 20 तीर्थयात्रियों और दो सेवादाराें की मौत हो गयी।” उन्होंने कहा, “ चौहद तीर्थयात्री की मौत चिकित्सा कारणों से हुई और आठ तीर्थयात्रियों की मौत अलग जगह पर दुर्घटना में हुई।”

सत्रह यात्रियों और एक सेवा देने वाले व्यक्ति का शव हवाई मार्ग से बिहार, पश्चिम बंगाल, हैदराबाद, गुजरात और नयी दिल्ली पहुंचाया गया। तीन मृतक यात्रियों और एक सेवा देने वाले व्यक्ति के शव को सड़क मार्ग के जरिये उनके मूल स्थान पर ले जाया गया।

बोर्ड तीर्थयात्रियों के पार्थिव शरीर को लेकर उनके गृह नगर लेकर जाने का खर्च उठायेगा। ग्यारह जुलाई 2018, को बोर्ड ने 24 लाख रुपए दिए और मृतक यात्रियों के शव को सहायक के साथ उनके गृहनगर पहुंचाने के लिए परिवहन लागत पांच लाख रुपए खर्च किए।
बारह जुलाई 2018 को 69 यात्रियों को एसकेआईएमएस में यात्रियों को भर्ती किया गया, जिसमें 58 लोगों को छुट्टी दे दी और अन्य लोगों को उपचार के लिए रोक लिया गया है।


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