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ऑनलाइन खरीदारी का फर्जी साइट बनाकर धोखाधड़ी करने वाले छह गिरफ्तार

आरोपी डी-मार्ट, बिग बास्केट, बिग बाजार की फर्जी साइट से करोड़ो की कर चुके हैं ठगी

ऑनलाइन खरीदारी का फर्जी साइट बनाकर धोखाधड़ी करने वाले छह गिरफ्तार
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ग्रेटर नोएडा। साइबर हेल्पलाइन पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है, पुलिस ने डी-मार्ट, बिग बाजार, बिग बॉस्केट आदि ई-शॉपिंग साइट्स की फर्जी वेबसाइट बनाकर धोखाधड़ी करने वाले एक अंतरराज्यीय गैंग का पर्दाफाश करते हुए छह अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है,जो सस्ती दरों पर सामान देने का झांसा देकर क्रेडिट एवं डेबिड कार्ड की गोपनीय जानकारी लेकर बैंक खातों से पैसा ट्रांसफर कर लेते थे।

अभियुक्त अपने साथियों के साथ मिलकर करोड़ों रुपए की ठगी कर चुके हैं। इनके विरूद्ध बिसरख कोतवाली में धोखाधड़ी व आईटी एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा कराया गया है।

एडीसीपी सेंट्रल नोएडा डॉ. राजीव दीक्षित ने बताया कि ई-शॉपिंग साइट की फर्जी वेबसाइट के माध्यम से धोखाधड़ी किए जाने की शिकायत मिली थी। साइबर हेल्पलाइन की टीम पिछले काफी समय से छानबीन कर रही थी।

आरोपियों के संबंध में जानकारी मिलने पर पुलिस टीम उनके पीछे लग गई और सोमवार को ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित गौर सिटी सेंटर मॉल के समीप से गैंग के छह अभियुक्तों को धर दबोचा। अभियुक्तों की पहचान विनीत कुमार, ध्रुव सोलंकी, गौरव तालान निवासी गाजियाबाद, सलमान, संतोष मौर्य व आशुतोष मौर्य निवासी छपरौला गौतमबुद्धनगर के रूप में हुई है।

पुलिस ने इनके कब्जे से 3 लैपटॉप, 4 फोन, 2 डेबिट कार्ड, 11,700 रुपए नगद व हुंडई आई-10 कार बरामद की है। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार अभियुक्त शॉपिंग साइट की फर्जी वेबसाइट तैयार कर ग्राहकों को सस्ती दरों पर सामान खरीदने का झांसा देते थे। इनके झांसे में आने वाले ग्राहक के ऑर्डर कंफर्म करते ही ग्राहक का नाम पता, मोबाइल नंबर, पेमेंट डिटेल आदि की जानकारी सी पैनल के माध्यम से लेकर एवं फिर छूट एवं ऑर्डर कंफर्म करने के नाम पर ऐपीके फाइल भेजते हैं, जिसमें मैसेज फार्वडर होता है।

ग्राहक के मोबाइल पर आने वाले सभी एसएमएस अभियुक्तों को प्राप्त हो जाते थे। इसके बाद साइबर ठग पीड़ितों के डेबिड कार्ड, क्रेडिट कार्ड,फोन पे, पेटीएम आदि के माध्यम से पैसा अपने बैंक खातों में ट्रांसफर कर लेते थे। गिरफ्तार अभियुक्त अब तक करोड़ों रुपए की ठगी कर चुके हैं। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इस गैंग से और कितने लोग जुड़े हैं,साथ ही अब लोगों के साथ धोखाधड़ी कर चुके हैं।


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