सीतारमण ने किया बजट-पूर्व सलाह-मशविरा
सीतारमण ने आगामी आम बजट 2020-21 के संबंध में शुक्रवार को आधारभूत ढ़ांचा क्षेत्र के विभिन्न पक्षों और ऊर्जा क्षेत्र एवं जलवायु परिवर्तन से जुड़े विशेषज्ञों के साथ बजट–पूर्व सलाह-मशविरा किया।

नयी दिल्ली । केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आगामी आम बजट 2020-21 के संबंध में शुक्रवार को आधारभूत ढ़ांचा क्षेत्र के विभिन्न पक्षों और ऊर्जा क्षेत्र एवं जलवायु परिवर्तन से जुड़े विशेषज्ञों के साथ बजट–पूर्व सलाह-मशविरा किया।
बैठक के दौरान वैश्विक संदर्भ में व्यापार नियमों एवं नीतियों को तैयार करने में बुनियादी ढांचागत क्षेत्र की चुनौतियों, मजबूती की गुणवत्ता एवं संबंधित वित्त, रेलवे से जुड़ी बुनियादी ढांचागत सुविधाओं, अर्थव्यवस्था एवं पर्यावरण के लिए नवीकरणीय ऊर्जा को अपनाने पर ध्यान देने, जलवायु परिवर्तन की दृष्टि से सुदृढ़ बुनियादी ढांचागत सुविधाओं के विकास, गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित ऊर्जा को बढ़ावा देने और विकास से जुड़ी अनिवार्यताओं एवं नीतियों की बढ़ती भूमिका से संबंधित मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया।
इस बैठक में वित्त सचिव राजीव कुमार, आर्थिक कार्य विभाग में सचिव अतानु चक्रबर्ती, राजस्व सचिव अजय भूषण पांडेय, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय में सचिव चन्द्र किशोर मिश्रा, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय में सचिव संजीव रंजन, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय में सचिव आनन्द कुमार, मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ. के. वी. सुब्रमण्यन और वित्त मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने शिरकत की।
आधारभूत ढ़ांचा क्षेत्र और ऊर्जा क्षेत्र एवं जलवायु परिवर्तन से जुड़े विशेषज्ञों में सीमेंट निर्माता संघ (सीएमए) के अध्यक्ष महेन्द्र सिंघी, हीरो इलेक्ट्रिक व्हीकल्स प्रा. लि. के प्रबंध निदेशक नवीन मुंजाल, एसबी एनर्जी के कार्यकारी प्रबंध निदेशक मनोज कोहली, भारतीय सेल्युलर ऑपरेटर संघ के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यु, सियाम के अध्यक्ष राजन वढेरा, शक्ति सस्टेनेबल एनर्जी फाउंडेशन के कार्यक्रम प्रबंधक (स्वच्छ ऊर्जा वित्त) पुस्तव जोशी, टेरी के महानिदेशक अजय माथुर, भारतीय सीएमएआई संघ के अध्यक्ष एन के गोयल, ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के प्रमुख मिहिर स्वरूप शर्मा, जी.बी. पंत राष्ट्रीय हिमालय पर्यावरण और सतत विकास संस्थान के वैज्ञानिक–जी एवं प्रमुख किरीत कुमार, नीतिगत अनुसंधान केन्द्र के प्रोफेसर नवरोज के. दुबाश, इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस के प्रोफेसर मिलिंद जी. सोहोनी, प्रयास (ऊर्जा समूह) के समन्वयक शांतनु दीक्षित इत्यादि शामिल थे।


