Top
Begin typing your search above and press return to search.

सिंदूरदान' सांस्कृतिक और सामाजिक परंपराओं का सम्मान : असीम अरुण

'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता के बाद जहां देश भर में 'तिरंगा यात्रा' निकाली जा रही है, तो कहीं पर 'सिंदूर यात्रा' भी निकाली जा रही है

सिंदूरदान सांस्कृतिक और सामाजिक परंपराओं का सम्मान : असीम अरुण
X

हरदोई। 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता के बाद जहां देश भर में 'तिरंगा यात्रा' निकाली जा रही है, तो कहीं पर 'सिंदूर यात्रा' भी निकाली जा रही है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में एक बड़ा बदलाव किया है। इस योजना के तहत लड़कियों को उपहार के तौर पर अब 'सिंदूरदान' भी दिया जाएगा। राज्य सरकार के इस फैसले का प्रदेश सरकार में मंत्री असीम अरुण ने स्वागत किया है।

बुधवार को उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से व्यक्तिगत रूप से तैयार की गई एक बहुत अच्छी योजना है, जिसका नाम है 'मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना।'

मंत्री ने कहा कि हाल ही में मुख्यमंत्री द्वारा इसकी समीक्षा की गई और इसके तहत वित्तीय सहायता को 51,000 रुपए से बढ़ाकर 1,00,000 रुपए कर दिया गया। राशि में वृद्धि के साथ-साथ दुल्हनों को दिए जाने वाले उपहारों को भी अपग्रेड किया गया है। इनमें से एक उपहार बहुत महत्वपूर्ण है। पैसे के मामले में नहीं, बल्कि प्रतीकात्मक रूप से। अब हर दुल्हन को 'सिंदूरदान' भी दिया जाएगा। सिंदूर सुहागन की निशानी है।

आईएएनएस से बातचीत के दौरान मंत्री ने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक ब्लॉक में गरिमापूर्ण सामूहिक विवाह समारोह आयोजित किए जाते हैं, जिनमें 100 से अधिक जोड़ों का विवाह कराया जाता है। अब तक इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक जोड़े को 51 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाती थी, जिसे बढ़ाकर अब एक लाख रुपए किया गया है। इसी के साथ मुख्यमंत्री के निर्देश पर अब कन्याओं को अन्य उपहारों के साथ एक 'सिंदूरदानी' भी भेंट की जाएगी।

उन्होंने कहा कि सिंदूर सुहाग का प्रतीक है। यह केवल एक छोटा उपहार नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक और सामाजिक परंपराओं का सम्मान है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जो 'ऑपरेशन सिंदूर' हुआ, उसने यह सिद्ध किया कि भारत की महिलाएं अब रक्षा क्षेत्र में भी अग्रिम पंक्ति में हैं।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it