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सिद्दारमैया का मकसद कर्नाटक को लूटना है : शहजाद पूनावाला

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने अपनी पत्नी पार्वती के नाम पर अवैध रूप से करोड़ों रुपये की जमीन ली है। इस मामले को लेकर भाजपा कांग्रेस पर हमलावर हो गई है

सिद्दारमैया का मकसद कर्नाटक को लूटना है : शहजाद पूनावाला
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नई दिल्ली। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने अपनी पत्नी पार्वती के नाम पर अवैध रूप से करोड़ों रुपये की जमीन ली है। इस मामले को लेकर भाजपा कांग्रेस पर हमलावर हो गई है।

भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, ''कांग्रेस मतलब स्कैम किंग, यह भ्रष्टाचार की बादशाह पार्टी है, जिसका उद्देश्य सिर्फ कर्नाटक को लूटना है।''

उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा कि कांग्रेस में सिद्दारमैया की स्कैम की सरकार है। वहां पर हजारों करोड़ रुपये के घोटाले हो रहे हैं। 5 हजार करोड़ के भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है।

सीएम सिद्दारमैया ने सारे नियम कायदों को ताक पर रखकर अपनी पत्नी और अपने करीबियों को प्राइम प्रॉपर्टी लैंड एलॉट कर दिया, ताकि उनका फायदा हो सके। गरीबों के लिए कोई जमीन आवंटित नहीं की गई, लेकिन पत्नी के नाम पर कर दिया गया, जिसे एफिडेविट में भी नहीं दिखाया गया।

शहजाद पूनावाला ने आगे कहा कि भ्रष्टाचार के इस गंभीर मामले के कारण लोग इसकी सीबीआई जांच और सीएम के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं, लेकिन पुलिस प्रदर्शनकारियों पर ही कार्रवाई कर रही है।

जमीन घोटाले के अलावा कर्नाटक में वाल्मीकि ट्राइबल कॉर्पेशन स्कैम भी हुआ है। इसका पैसा अनुसूचित जनजाति के लोगों के लिए उपयोग होना चाहिए था, लेकिन उसमें से 180 करोड़ रुपये का घोटाला कांग्रेस ने किया। एक अधिकारी ने तो खुद आत्महत्या करते वक्त सिद्दारमैया के मंत्री का नाम लिया है।

कांग्रेस ने दबाव में आकर मंत्री को तो हटा दिया, लेकिन क्या उनके ऊपर जो लोग शामिल हैं उन पर कोई एक्शन लिया गया ? राहुल गांधी एससी, एसटी की बहुत बड़ी-बड़ी बातें करते थे। 37 प्रतिशत फंड जिनके लिए रखा गया, उसी समाज को लूट लिया गया।

दरअसल, सीएम सिद्दारमैया की पत्नी पार्वती को उनके भाई मल्लिकार्जुन ने एक जमीन गिफ्ट के तौर पर दी थी। यह जमीन मैसूरु जिले के कैसारे गांव में स्थित है। बाद में इस जमीन को मैसुरु शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) ने विकास के लिए अधिग्रहित किया, और इसके बदले पार्वती को विजयनगर इलाके में कुल 38,223 वर्ग फीट के प्लॉट दे दिए गए।

आरोप है कि दक्षिण मैसूर के प्रमुख इलाके में मौजूद विजयनगर के प्लॉट की कीमत कैसारे में उनकी मूल जमीन से बहुत ज्यादा है। इसी को लेकर सिद्दारमैया भ्रष्टाचार के आरोप में घिर गए हैं।


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