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7 लाख से बना कृषि सूचना सलाह केंद्र बना शो-पीस

पांच वर्ष पहले बने जोगनीपाली स्थिति कृषि सलाह केंद्र केवल शो पीस बनकर पड़ा हुआ है

7 लाख से बना कृषि सूचना सलाह केंद्र बना शो-पीस
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सरायपाली। पांच वर्ष पहले बने जोगनीपाली स्थिति कृषि सलाह केंद्र केवल शो पीस बनकर पड़ा हुआ है। भवन को बनाने का उद्देश्य यह था कि किसानों से जुडे मसले एवं कृषि संबंधित जानकारी अधिकारियों के द्वारा प्राप्त की जा सकती थी।

परंतु पांच साल हो गए न इस भवन में कोई रह रहा है और न ही इसका कोई अभी तक उपयोग हो पाया। भवन खाली होने के कारण इन दिनों असामाजिक तत्वों का यह डेरा बन गया है। जगह को लेकर समीप के एक जमीन मालिक ने अपना हक जताते हुए आपत्ति की जिसका निपटारा अभी तक नहीं हो सका है। कृषि विभाग के लोग भी एवं उच्चाधिकारी भी इस पर कुछ कार्यवाही नहीं कर रहे हैं।

विवाद को लेकर कृषि विभाग द्वारा एसडीएम को पूर्व में शिकायत की गई थी, लेकिन उस पर किसी तरह की कार्यवाही नहीं की गई है जिसके चलते इस भवन की उपयोगिता ही बिना उपयोग किए समाप्त होने के कगार पर है। पदमपुर रोड, जोगनीपाली सड़क किनारे स्थित भवन लगभग 7 लाख रूपए खर्च कर बनाया गया था. इसमें कृषि विस्तार अधिकारी निवास एवं कार्यालय दोनो बनाए गए हैं, भवन बनने के बाद कोई भी इसमें निवास नहीं करता और न ही कृषकों को किसी तरह का लाभ मिल सका।

आलम यह है कि लाखों रूपए खर्च कर बनाए गए भवन से खिड़की, दरवाजे आदि कुछ चीजों की चोरी भी होने लगी है. देख रेख के अभाव में भवन अब जर्जर होने को है, यहां लगाए गए बिजली भी काट दी गई है. ऐसा भी न हो कि बिना उपयोग के धीरे-धीरे यह खण्डहर के रूप में तब्दील हो जाए तो देर नहीं लगेगी।

भवन बनने के बाद वहां कृषि विस्तार अधिकारी रहने के लिए भी पहुंच गए इस बीच वहां के समीप एक राईसमिल संचालक ने उक्त जगह को अपना बताकर आपत्ति दर्ज की. इसके बाद से ही उस पर कोई रहने नहीं गया. इसकी शिकायत तात्कालिक एसडीएम एवं तहसीलदार से भी की गई थी, लेकिन इस मामले पर कार्यवाही ही आगे नहीं बढी।

अधिकारी के रहे बिना कट रहा है मकान भत्ता- सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि जो कृषि विस्तार अधिकारी यहां रहने के लिए पहुंचे हुए थे उनका मकान भत्ता बिना रहे ही लगातार कट रहा है. जबकि उक्त अधिकारी को अभी तक शासकीय भवन ही नही मिला जिससे उसे किराये में रहना पड़ रहा है।

इसके वावजूद भी कागज में शासकीय मकान में रहने के चलते मकान भत्ता लगातार कट रहा है।


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