चुनाव अायोग की सिफारिशों को लौटाने का साहस दिखाएं: आशुतोष
लाभ के पद मामले में अपने 20 विधायकों की सदस्यता खत्म हो जाने से खफा आम आदमी पार्टी ने इसे लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पर तंज कसा

नयी दिल्ली। लाभ के पद मामले में अपने 20 विधायकों की सदस्यता खत्म हो जाने से खफा आम आदमी पार्टी ने इसे लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पर तंज कसते हुए कहा है कि वह इस बारे में चुनाव अायोग की ओर से की गयी सिफारिशों को लौटाने का साहस दिखाएं।
Hope Mr President, Sri Ram Nath Kovind knows that K R Narayanan acted as the guardian of the constitution, had conurage of conviction to return the recommendations of the cabinet not once but twice. He was not a rubber stamp President, was a working president, a great president.
— ashutosh (@ashutosh83B) January 22, 2018
पार्टी के प्रवक्ता आशुतोष ने आज ट्वीट करते हुए कहा ‘उम्मीद करते हैं कि महामहिम को यह ज्ञात होगा कि पूर्व राष्ट्रपति के आर नारायणन ने संविधान के संरक्षक के तौर पर अहम भूमिका निभाते हुए केन्द्रीय मंत्रिमंडल की सिफारिशों को एक बार नहीं दो बार लौटाया था । उन्हाेंने एक ‘रबर की मुहर’ की तरह नहीं बल्कि अपने अधिकारों का पूरा इस्तेमाल करने वाले एक महान राष्ट्रपति की तरह काम किया था।”
लाभ के पद मामले में चुनाव आयोग की सिफारिशों के आधार पर विधानसभा की सदस्यता के अयोग्य ठहराए गए आप के 20 विधायकों में दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत और चांदनी चौक से पार्टी की विधायक रही अल्का लांबा भी शामिल हैं।
चुनाव अयोग ने आप के 20 विधायकों की सदस्यस्ता खत्म करने संबंधी सिफारिश शुक्रवार को राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए भेजी थी जिसे रविवार को स्वीकार कर लिया गया।


