दुकानदारों ने किया रोटी के साथ प्रदर्शन, 30 दिन में नहीं मिली राहत तो मांगेगे इच्छामृत्यु
जीएसटी के बाद बाजारों में अभी रौनक लौटी नहीं थी कि पगड़ी दुकानदारों ने आज चांदनी चौक के टाउन हॉल पर एकत्रित होकर केंद्र सरकार के खिलाफ जबरदस्त सांकेतिक रोटी प्रदर्शन किया

नई दिल्ली। जीएसटी के बाद बाजारों में अभी रौनक लौटी नहीं थी कि पगड़ी दुकानदारों ने आज चांदनी चौक के टाउन हॉल पर एकत्रित होकर केंद्र सरकार के खिलाफ जबरदस्त सांकेतिक रोटी प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य सरकार को बताना था कि दिल्ली किराया कानून की बजह से किस तरह से उनकी रोजी-रोटी छिन रही है। पूरी दिल्ली मे इस तरह छोटे मंझोले दुकानदारों की लगभग पांच लाख से अधिक दुकाने हैं जिन पर 40 लाख से अधिक लोगों का जीवन यापन निर्भर है।
प्रदर्शन में रोटी लेकर खड़े रामभक्त अग्रवाल ने बताया कि दिल्ली के ये पगड़ी दुकानदार पिछले कई सालों से दिल्ली मे अपनी दुकानों को बचाने को संघर्षरत हैं लेकिन अब तक इनकी मांगों को अनसुना ही किया गया है। ये सारी पगड़ी पर ली गयी दुकाने हैं जिनकी कीमत ये व्यापारी प्रॉपर्टी मालिक को दे चुके हैं फिर इनको अभी तक कानून के मुताबिक किरायेदार का दर्जा प्राप्त है और काला किराया कानून की आड मे इसकी दुकानों को जबरन खाली कराया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि अब पानी सर से ऊपर जा चुका है, हम व्यापारी हैं कोई भिखारी या आतंकवादी नहीं। अपनी मांगों को लेकर हम सभी राजनेताओं और सरकार के नुमाइंदों के पास सैकड़ों चक्कर लगा चुके हैं, दसियों प्रदर्शन कर चुके हैं लेकिन अभी तक हमें कोई राहत नहीं दी गयी है।
पूरी दिल्ली से जुटे इन पगड़ी दूकानदारों ने केंद्र सरकार को 30 दिन का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि सरकार नहीं मानी तो राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु मांगेंगे।


