निवेदिता के झांकी के साथ शोभा यात्रा निकाली गई
नगर के सरस्वती शिशु मंदिर स्कुल में स्वामी विवेकानंद की 156वी जयंती उल्लासमय वातावरण में मनाई गई

गरियाबंद। नगर के सरस्वती शिशु मंदिर स्कुल में स्वामी विवेकानंद की 156वी जयंती उल्लासमय वातावरण में मनाई गई। इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद, मॉ भारती और भगिनी निवेदिता के झांकी के साथ नगर में भव्य शोभा यात्रा निकाली गई जिसमें स्कुल में अध्यनरत 500 से अधिक भैया बहन शामिल हुए।
इस दौरान स्वामी विवेकानंद के जयघोष के साथ ही उनके विचारो संबंधित नारे भी लगाए गए। तत्पश्चात स्कुल में मंचीय कार्यक्रम का आयोजन कर स्वामी विवेकानंद के विचारो और उनके प्रेरणास्त्रोत बातो से बच्चो का अवगत कराया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्यअतिथि शिक्षक सदानंद सर्वाकर, विशेष अतिथि शिक्षक लोकेश्वर सोनवानी, कमल नारायण वर्मा थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य बिसरूराम प्रजापति ने की। कार्यकम में सशिम के पुरातन भैया बहिन भी शामिल हुए। कार्यक्रम में स्वामी विवेंकानंद के जीवनी पर प्रकाश डालतें हुए उनके विचारो और प्रेरणास्त्रोत बातो से स्कुली बच्चो को अवगत कराया गया। मुख्य अतिथि सदानंद सर्वाकर ने कहा स्वामी विवेकानंद अपने अदभुत और प्रेरणादायक विचारो के कारण ना केवल देश में बल्कि दुनिया में भी लोकप्रिय हुए। अमेरिका के शिकागो शहर में दिया गया उनका ओजपूर्ण भाषण आज भी याद किया जाता है।

विशेष अतिथि कमलनारायण वर्मा ने भगिनी निवेदिता के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे एक ऐसी महिला थी जिसने अपना संपूर्ण जीवन भारत के लिए समर्पित कर दिया और हमेशा स्वामी विवेकानंद के साथ नि:स्वार्थ भाव से हर कार्य पर सहयोग देती रही। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार आज व्यक्ति को स्वार्थी नहीं सारथी होना आवश्यक है तभी हमारा देश विकास और उन्नति के शिखर की ओर अग्रसर होगा। कार्यक्रम मे प्राचार्य बिसरूराम प्रजापति ने आभार व्यक्त किया।

इस दौरान संस्थापक गिरीशदत्त उपासने, आचार्य बलदाऊ ध्रुव, प्रहलाद ठाकुर, यशवंत शर्मा, बलीराम निषाद, उमेश बघेल, ललेश पटेल, गोविंद साहू, दीदी उर्मिमा उइके, किरण वर्मा, प्रीतीबाला निर्मलकर, मोनिका शर्मा, विद्या साहू, बमलेश्वरी पटेल सहित बडी संख्या मे स्कुली भैया बहिन व आचार्य दीदी उपस्थित थे।


