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शिवराज सिंह चौहान ने कहा, आप ग्राम पंचायत के सरपंच हैं, मैं बड़ी पंचायत का सरपंच हूं
ग्राम पंचायत को प्रशासकीय स्वीकृति के अधिकार 15 लाख से बढ़ाकर 25 लाख। प्रत्येक ग्राम पंचायत में रोजगार सहायक की नियुक्ति की। 15वें वित्त आयोग की राशि 1,472 करोड़ रुपए जारी

- गजेन्द्र इंगले
भोपाल: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में बुधवार को नवनिर्वाचित सरपंचों के लिए उन्मुखीकरण प्रशिक्षण सह सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा कि ग्राम पंचायत को प्रशासकीय स्वीकृति के अधिकार 15 लाख से बढ़ाकर 25 लाख किया जाएगा। वहीं, प्रत्येक ग्राम पंचायत में रोजगार सहायक की नियुक्ति की जाएगी। रोजगार सहायक के स्थानांतरण भी करेंगे। उन्होंने कहा कि 15वें वित्त आयोग की राशि 1,472 करोड़ रुपए जारी कर दी गई है। मैं आप सभी के साथ मिलकर सरकार चलाना चाहता हूं। मामा हर कदम पर आपके साथ खड़ा है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सरपंचों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मैं और आप बराबर है। आप ग्राम पंचायत के सरपंच है। मैं बड़ी पंचायत का सरपंच हूं। मुख्यमंत्री ने काम जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों के अनुसार होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं औचक निरीक्षण कर रहा हूं, लेकिन सभी जगह नहीं जा सकता। आप से निवेदन कर रहा हूं कि आप मेरे आंख, कान बन जाएं। हम दोनों एक हो जाए। आपके और हमारे बीच एक फोन कॉल की दूरी रहना चाहिए। यदि कहीं गड़बड़ होगी तो उसे ठीक करने में कोई कसर नहीं छोडूंगा। ग्राम सभा की बैठक एक नियत अंतराल में होते रहना चाहिए। हमारा काम सेवा का काम है। हमारे धर्मग्रथों में कहा गया है कि दूसरों की सेवा से बढ़ा कोई काम नहीं हैं। सीएम ने गांव को हरा भरा करने के लिए पौधा रोपण करने की भी अपील की। सरपंचों की तरफ से निर्माण लागत को लेकर एसओआर को बदलने की मांग की। इस पर सीएम ने कहा कि आज हम फैसला कर रहे हैं कि एसओआर में परिवर्तन किया जाएगा और पिछली बाजार दर से नया एसओआर बनाया जाएगा। वास्तविक खर्चा के अनुसार काम हो जाए।
इस कार्यक्रम के दौरान सरपंचों ने सीएम हेल्पलाइन पर झूठी शिकायत का मुद्दा उठाया और ऐसी फर्जी शिकायत करने वालों के खिलाफ एफआईआर करने की मांग की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं यह व्यवस्था करूंगा कि ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
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