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शिवराज ने 6 हजार सरपंचों से साझा किया ग्राम विकास का मंत्र

मध्यप्रदेश गांव को सुविधा संपन्न और विकसित बनाने को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए छह हजार सरपंच और पूर्व सरपंचों से संवाद किया

शिवराज ने 6 हजार सरपंचों से साझा किया ग्राम विकास का मंत्र
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भोपाल। मध्यप्रदेश गांव को सुविधा संपन्न और विकसित बनाने को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए छह हजार सरपंच और पूर्व सरपंचों से संवाद किया। साथ ही विकास का मंत्र साझा किया। मुख्यमंत्री चौहान ने मंत्रालय से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए गुरुवार को जिला सूचना विज्ञान केंद्रों पर उपस्थित सरपंचों व पूर्व सरपंचों से पंच परमेश्वर योजना, मनरेगा के कार्यो, श्रमसिद्धि अभियान, रोजगार सेतु पोर्टल पर पंजीयन, गौशाला निर्माण, नि:शुल्क राशन वितरण तथा कोरोना की स्थिति आदि के संबंध में चर्चा की।

संवाद के दौरान चौहान ने कहा, "हमारा हिंदुस्तान गांवों में बसता है। गांवों के विकास से ही देश एवं प्रदेश का विकास होता है। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण विकास के लिए पर्याप्त राशि पंचायतों को दी जा रही है। सरकार ने पंच परमेश्वर योजना को दोबारा चालू किया है। 14वें वित्त आयोग की कुल 1830 करोड़ रुपये की राशि पंचायतों को भिजवाई गई है (1555 करोड़ अधोसंरचना विकास एवं पेयजल व्यवस्था के लिए तथा 275 करोड़ कोविड रोकथाम के लिए)। सरपंच इस राशि का समुचित उपयोग करें। कोरोना की रोकथाम के साथ ही अच्छी गुणवत्ता के स्थायी प्रकृति के विकास कार्य करवाएं। इसके साथ जल एवं स्वच्छता संबंधी कार्यो को प्राथमिकता दें।"

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना रोग शहरों से ही गांवों में पहुंचा है। अभी मध्यप्रदेश के 440 गांवों में 904 कोरोना के मरीज पाए गए हैं। सरकार ने कोविड की रोकथाम के लिए ग्राम पंचायतों को 14वें वित्त आयोग की 15 प्रतिशत राशि 275 करोड़ रुपये की राशि भिजवाई है। इसे मास्क, साफ -सफाई, साबुन, सेनेटाइजर, पीपीई किट आदि पर खर्च किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री चौहान ने रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का देसी नुस्खा भी सरपंचों को बताया। उन्होंने बताया कि गिलोय को पानी में उबालें, एक कप में पांच तुलसी के पत्ते, तीन काली मिर्ची तथा हल्दी डालकर उसका काढ़ा बनाकर पिएं। इसके साथ ही नियमित रूप से योगासन और प्राणायाम करें।

मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि मनरेगा के अंतर्गत 1256 करोड़ रुपये की राशि मजदूरों के खातों में पहुंचाई गई है। प्रदेश में प्रतिदिन औसतन 25 लाख 14 हजार मजदूरों को मनरेगा के अंतर्गत कार्य दिलाया जा रहा है। श्रमसिद्धि अभियान के अंतर्गत साढ़े सात लाख से अधिक मजदूरों को जब कार्ड उपलब्ध कराए गए हैं। रोजगार सेतु पोर्टल पर सात लाख 30 हजार प्रवासी श्रमिकों तथा पांच लाख 79 हजार उनके परिवार के सदस्यों का, इस प्रकार कुल 13 लाख 10 हजार का पंजीयन किया जा चुका है।

मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए जीरो प्रतिशत ब्याज पर फसल ़ऋण लेने की योजना पुन: प्रारंभ की है। गत वर्ष जिन किसानों ने जीरो प्रतिशत ब्याज पर ़ऋण लिया था अब उनके लिए ऋण अदायगी की तिथि को बढ़ाकर 30 जून कर दिया गया है।

इस दौरान चौहान ने कई सरपंचों से उनकी समस्याओं और गांव की स्थिति को जाना। इसके साथ ही सरकार की ओर से किए जाने वाले कार्यो पर भी चर्चा की। उन्होंने मनरेगा के काम में किसी भी स्थिति में मशीन का उपयोग न होने पर जोर दिया।


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