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शिवराज सरकार 1 लाख लोगों की जलहत्या की तैयारी में : आप

आम आदमी पार्टी (आप) का आरोप है कि मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार गुजरात चुनाव में भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए अपने प्रदेश के एक लाख लोगों की 'जलहत्या' करना चाहती है

शिवराज सरकार 1 लाख लोगों की जलहत्या की तैयारी में : आप
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भोपाल। आम आदमी पार्टी (आप) का आरोप है कि मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार गुजरात चुनाव में भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए अपने प्रदेश के एक लाख लोगों की 'जलहत्या' करना चाहती है। आप ने मंगलवार को सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। दिल्ली में सत्तारूढ़ पार्टी ने 'जलहत्या' शब्द का इस्तेमाल इसलिए किया है कि उसे लगता है कि नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध की ऊंचाई बढ़ाए जाने से एक लाख से ज्यादा लोग प्रभावित होने वाले हैं, इन लोगों को दूसरी जगह बसाने के लिए सरकार ने कोई इंतजाम नहीं किया है।

आप के प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को बोर्ड ऑफिस चौराहे पर प्रदर्शन किया। अग्रवाल का कहना है कि सरदार सरोवर परियोजना प्रभावित एक लाख लोग डूब क्षेत्र में बसे हुए हैं, उनके लिए पुनर्वास स्थल तैयार नहीं है, इसके बावजूद शिवराज सरकार ने उन्हें उजाड़ने की तैयारी कर ली है।

उन्होंने आगे कहा कि आप की एक टीम ने डूब क्षेत्र का दौरा किया था और पाया था कि लोगों को पुनर्वास के नाम पर कोई सुविधा नहीं दी जा रही है। बांध की ऊंचाई बढ़ाए जाने से बड़ी संख्या में गांव डूबने वाले हैं, मगर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इसकी चिंता नहीं है। वे तो गुजरात को ज्यादा से ज्यादा पानी दिलाना चाहते हैं, ताकि भाजपा को चुनाव में इसका लाभ मिल सके।

अग्रवाल ने आगे कहा, "शिवराज सरकार एक लाख लोगों की जल हत्या की तैयारी कर रही है। बात-बात पर बोलने वाले शिवराज इस पूरे प्रकरण में चुप्पी साधे बैठे हैं, न कुछ बोल रहे हैं, न कुछ सुन रहे हैं।"

उन्होंने यह भी कहा कि जो पुनर्वास स्थल तय किए गए हैं, वहां पीने का पानी तक नहीं है। वहां कोई कैसे रह सकता है। एक तरफ शिवराज नर्मदा सेवा के नाम पर 2000 करोड़ रुपये खर्च करते हैं और दूसरी ओर मां नर्मदा की संतानों की जलहत्या करवा रहा है। इसी साल होने वाले गुजरात चुनाव में भाजपा को जिताने के लिए मध्यप्रदेश के एक लाख लोगों की 'बलि' दी जा रही है।

आप के कार्यकर्ताओं ने भोपाल के अलावा इंदौर, उज्जैन, सागर, राजगढ़, दतिया, सतना, रीवा, विदिशा, बुरहानपुर, शिवपुरी, मुरैना, सिवनी व अन्य जिलों में भी प्रदर्शन कर प्रशासन को ज्ञापन दिया।


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