आजादी सेटेलाइट रॉकेट की प्रोग्रामिंग में शामिल बेटियों के साथ शिवराज ने पौधे रोपे
मध्य प्रदेश राजधानी भोपाल की बेटियों का भी आजादी सेटेलाइट रॉकेट की प्रोग्रामिंग में योगदान है, इन बेटियों के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पौधे रोपे

भोपाल। मध्य प्रदेश राजधानी भोपाल की बेटियों का भी आजादी सेटेलाइट रॉकेट की प्रोग्रामिंग में योगदान है, इन बेटियों के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पौधे रोपे। मुख्यमंत्री चौहान ने आजादी सेटेलाइट रॉकेट की प्रोग्रामिंग में योगदान देने वाली भोपाल की बेटियों के साथ स्मार्ट सिटी उद्यान में पौध-रोपण किया। भोपाल के भेल बरखेड़ा स्थित महारानी लक्ष्मीबाई बालिका उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय की कक्षा 10वीं और 12वीं की छात्राओं ने श्री हरिकोटा से उड़ान भरने वाले देश के सबसे छोटे सेटेलाइट रॉकेट एसएलबी की प्रोग्रामिंग में विशेष योगदान दिया है।
मुख्यमंत्री चौहान के साथ कक्षा 12वीं की नैंसी, शाइस्ता, प्रियंका और निहारिका तथा कक्षा 10वीं की प्रिया, शिवांगी, आयुषी, सेजल, स्नेहा, प्राची, बिपाशा, पूर्वी, चंचल, अमृता और गरिमा ने बरगद, नीम और गूलर के पौधे लगाए। मुख्यमंत्री चौहान ने छात्राओं से उनके विद्यालय, अध्ययन, पढ़ाई के साथ प्रोग्रामिंग में रूचि-प्रशिक्षण और इसरो के अभियान से जुड़ने के अनुभव के संबंध में बातचीत की।
भोपाल के साधारण परिवारों की यह बेटियां इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और रोबोटिक टेक्नोलॉजी में दक्ष हैं। आजादी के अमृत महोत्सव में इसरो के कार्यक्रम में नीति आयोग से संबद्ध सेटेलाइट कंपनी स्पेस किड्स चैन्नई के साफ्टवेयर से प्रोग्रामिंग करने पर इन छात्राओं का चयन किया गया। छात्राओं को विशेष प्रशिक्षण उपलब्ध कराया गया। चयनित छात्राओं ने वरिष्ठ अध्यापक जितेन्द्र पाल सिंह चौहान के मार्गदर्शन में प्रोग्रामिंग की। आजादी के 75वें वर्ष में आजादी सेटेलाइट की प्रोग्रामिंग में 750 बेटियों का योगदान रहा, जिनमें भोपाल की 15 बेटियां सम्मिलित हुईं।


