शिवराज ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए कलेक्टरों को दिए दिशा निर्देश
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समाधान ऑनलाइन वीडियो कान्फ्रेंस में कलेक्टरों से कहा कि वे लोगों की समस्याओं के समाधान सकारात्मक दृष्टिकोण और संवेदनाओं के साथ करें

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समाधान ऑनलाइन वीडियो कान्फ्रेंस में कलेक्टरों से कहा कि वे लोगों की समस्याओं के समाधान सकारात्मक दृष्टिकोण और संवेदनाओं के साथ करें।
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री ने कल वीडियो कान्फ्रेंस में स्वयं आवेदकों को सुना और उनकी समस्याओं का निराकरण किया। श्री चौहान ने समस्याओं के निराकरण में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई के निर्देश दिये।
चौहान ने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन की हर स्तर पर निरंतर समीक्षा करें। स्वरोजगार ऋण वितरण, लंबित पेंशन के प्रकरणों की नियमित समीक्षा की जाये। हितग्राही के खाते में राशि पहुँचने की प्रक्रिया का भी अध्ययन किया जाये। तकनीक के लाभों के साथ ही व्यवहारिक दिक्कतों को भी समझा जाये, उनके समाधान की पहल भी की जाये।
चौहान ने कहा कि स्वरोजगार के ऋण प्रकरणों की समीक्षा की जाये। ऋण प्रकरणों की बैंक में स्थिति की जानकारी मासिक आधार पर ली जाये। यह सुनिश्चित किया जाये कि हितग्राही को ऋण और सब्सिडी समय पर मिल जाये। उन्होंने कहा कि ऋण वितरण में विलम्ब के 503 प्रकरण मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में दर्ज हैं। इनका आगामी 15 दिन में निराकरण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश ने जुलाई - अगस्त के दौरान दो लाख आवास निर्माण पूर्ण कर देश में पहला स्थान पाया है। आगामी 45 दिनों में दो लाख आवास और पूर्ण किये जा सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने उज्जैन जिले के संतोष सिंह को विकलांग विवाह प्रोत्साहन राशि मिलने में विलम्ब करने के कारण पंचायत समन्वयक को निलंबित करने तथा जनपद पंचायत के सी.ई.ओ. की दो वेतनवृद्धि रोकने के निर्देश दिये। साथ ही कई जिलों के फरियादियों की समस्याओं का समाधान किया।


