छात्रा के लिए मुसीबत बना शिवराज सरकार का लैपटॉप
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा मेधावी छात्र-छात्राओं को दिए जा रहे लैपटॉप अब उनके लिए परेशानी का सबब भी बनने लगे हैं

सतना। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा मेधावी छात्र-छात्राओं को दिए जा रहे लैपटॉप अब उनके लिए परेशानी का सबब भी बनने लगे हैं। लैपटॉप बिजली विभाग ने व्यावसायिक उपयोग का सामना करार देते हुए जुर्माना वसूली का निर्णय लिया लेकिन जब इस मामले ने तूल पकड़ा तो विभाग पूरी तरह से बैकफुट पर आ गया है वहीं जिला प्रशासन इस तरह की किसी भी घटना से ही पल्ला झाड़ रहा है। जबकि दूसरी ओर बिजली विभाग की प्रताड़ना का शिकार छात्रा लैपटॉप लौटाने की जिद पर अड़ गई है।
मध्यप्रदेश के मेधावी छात्राओं को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा लैपटॉप बांटे गए थे। अब ऐसे ही एक मामले में बिजली विभाग ने लैपटॉप को व्यावसायिक उपयोग का सामना बताते हुए बिजली चोरी का प्रकरण बना डाला है। मध्य प्रदेश के सतना जिले के बिरसिंहपुर कस्बे की छात्रा साक्षी अग्रवाल को 12वीं में 87 फीसदी अंक मिलने पर मुख्यमंत्री मेधावी छात्र योजना के तहत शासन की ओर से लैपटॉप दिया गया था।
बिजली कंपनी की विजिलेंस टीम ने पिछले दिनों उसके घर में जांच की और लैपटॉप के उपयोग को व्यावसायिक उपयोग मानकर उसके पिता के खिलाफ बिजली चोरी एवं घरेलू बिजली का व्यवसायिक उपयोग करने का मामला दर्ज कर भारी भरकम बिल थमा दिया। परिवार पर बिजली चोरी का ठप्पा लगने से व्यथित और शर्मसार छात्रा ने अब लैपटॉप शासन को ही लौटाने का फैसला कर डाला है। बिजली विभाग के सूत्रों के अनुसार छात्रा के घर पर एकबत्ती कनेक्शन था।
छात्रा के इस फैसले से अब बिजली विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। इसी के तहत कल छात्रा के घर पहुंचे विद्युत विभाग के अधिकारियों ने उसे मनाने की कोशिश की, लेकिन छात्रा अपने फैसले पर कायम है। हालांकि मामले के मीडिया में उछलने के बाद भी जिला कलेक्टर मुकेश कुमार शुक्ला इसे नकार रहे हैं। उन्होंने इस बारे में पूछे जाने पर कहा कि बच्ची लैपटॉप का उपयोग कर रही है।


