अयोध्या में भीड़ के खिलाफ शिवपाल की पार्टी ने निकाला पैदल मार्च
राम मंदिर निर्माण को लेकर विहिप व अन्य संगठनों द्वारा अयोध्या में की जा रही धर्मसभा, वहां आई भारी भीड़ से माहौल खराब होने की आशंका जताते हुए प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ने विरोध स्वरूप पैदल मार्च निकाला

लखनऊ। राम मंदिर निर्माण को लेकर रविवार को विहिप व अन्य संगठनों द्वारा अयोध्या में की जा रही धर्मसभा और वहां आई भारी भीड़ से माहौल खराब होने की आशंका जताते हुए वरिष्ठ विधायक शिवपाल सिंह यादव की नवगठित 'प्रगतिशील समाजवादी पार्टी' ने विरोध स्वरूप पैदल मार्च निकाला।
राजभवन तक निकले इस पैदल मार्च में शिवपाल समेत तमाम पार्टी नेता व कार्यकर्ता शामिल रहे।
इस दौरान तमाम समर्थकों के साथ राजभवन घेरा और पुलिस के रोकने पर कार्यकतार्ओं ने पुलिस से हल्की झड़प करते हुए हंगामा भी किया। इसके बाद शिवपाल के नेतृत्व में पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल राजभवन जाकर राज्यपाल से मिला और उन्हें ज्ञापन सौंपा। पार्टी ने आरोप लगाया कि अध्योया में धर्मसभा के नाम पर भीड़ जमाकर देश व प्रदेश में सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने व माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है। साथ ही राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की।
राज्यपाल को दिए ज्ञापन ने कहा गया कि सर्वोच्च न्यायालय में लंबित राम जन्मभूमि मसले पर कुछ संगठन अयोध्या में बड़ी संख्या में भीड़ लाकर देश व प्रदेश में सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने व माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।
पार्टी ने कहा कि अयोध्या में धारा 144 के लगाए जाने के बावजूद, भीड़ का एकत्र होना राज्य व जिला प्रशासन की मंशा पर संदेह पैदा करता है, क्योंकि पूर्व में भी ऐसा हो चुका है, जब ऐसी परिस्थितियों में सर्वोच्च न्यायालय में हलफनामा देने के बावजूद सरकार उसका पालन नहीं कर सकी और पूरा देश दंगों की आग में जला और हजारों लोगों को जान व माल का नुकसान सहना पड़ा। यही नहीं देश की अर्थव्यवस्था व सामाजिक सद्भाव को भारी क्षति हुई।
पार्टी ने राज्यपाल ने मांग की कि पूर्व अनुभव के आधार पर सरकार को यह निर्देश दिया जाए कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा बनाई गई व्यवस्था भंग न होने पाए। किसी भी कीमत पर विवादित भूमि पर सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना नहीं होनी चाहिए। प्रसपा (लोहिया) राज्य में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करने की मांग करती है।


