शिवसेना ने नोटबंदी को लेकर अमित शाह पर की कार्रवाई की मांग
नोटबंदी के दौरान अमित शाह के बैंक में सबसे ज्यादा प्रतिबंधित राशि जमा होने का मामला सामने के बाद विपक्षी दल लगाकर मोदी सरकार को घेर रहे हैं, लेकिन अब तो शिवसेना ने भी हमला बोलना शुरु कर दिया है

नई दिल्ली। नोटबंदी के दौरान अमित शाह के बैंक में सबसे ज्यादा प्रतिबंधित राशि जमा होने का मामला सामने के बाद विपक्षी दल लगाकर मोदी सरकार को घेर रहे हैं, लेकिन अब तो शिवसेना ने भी हमला बोलना शुरु कर दिया है।
शिवसेना ने एकबार फिर मुखपत्र सामना में लिखा कि इतना बड़ा घोटाला हो गया इस पर सरकार को कोई एक्शन लेना चाहिए लेकिन बीजेपी अध्यक्ष का नाम है इसीलिए सबको पता है कोई कार्रवाई नहीं होगी। अमित शाह के बैंक में सबसे ज्यादा प्रतिबंधित राशि जमा होने की बात सामने आने के बाद उसने सीधा अमित शाह और आरबीआई गवर्नर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर डाली है।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए लिखा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक के निदेशक हैं। इसमें नोटबंदी के बाद केवल पांच दिनों में ही करीब 745 करोड़ रुपये के प्रतिबंधित नोट जमा किए गए।
पार्टी ने कहा कि गुजरात के कैबिनेट मंत्री जयेश वी. राडाडिया राजकोट डीसीबी के चेयरमैन हैं, इस बैंक ने भी देश में प्रतिबंधित नोट संग्रह करने में दूसरा स्थान हासिल किया। यहां करीब 693 करोड़ रुपये के प्रतिबंधित नोट जमा किए गए। शिवसेना ने कहा कि "कैसे इतनी बड़ी मात्रा में केवल एक एडीसीबी बैंक में पैसा जमा कराया जा सकता है? यह एक गंभीर मामला है और इसकी गहराई से जांच होनी चाहिए। लेकिन हमे पता है कि बीजेपी इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल देगी और कोई कार्रवाई नहीं होगी।
आपको बता दें कि आरटीआई से खुलासा हुआ था कि अमित शाह जिस सहकारी बैंक के निदेशक हैं उसमें नोटबंदी के दौरान सबसे ज्यादा प्रतिबंधित नोट जमा हुए थे। इस मामले को लेकर अब बीजेपी अपनों और विपक्ष के वार से घिरी हुई है।


