शिल्पोत्सव में बहेगी धार्मिक पर्यटन की बयार
पर्यटन मंत्रालय द्वारा देश में पहली बार प्रयत्न पर्व देखो अपना देश का आयोजन किया जा रहा है
नोएडा। पर्यटन मंत्रालय द्वारा देश में पहली बार प्रयत्न पर्व देखो अपना देश का आयोजन किया जा रहा है। पर्व 5 से 25 अक्टूबर तक मनाया जा रहा है। इसके लिए प्रत्येक राज्य से इन 20 दिनों में पर्यटकों को लुभाने के लिए आयोजनों की एक सूची मांगी गई थी। प्रदेश पर्यटन विभाग ने इस बार नोएडा शिल्पोत्सव को इस सूची में शामिल किया गया है। दरअसल, प्रदेश पर्यटन विभाग नोएडा के शिल्पोत्सव को विश्व पटल पर ख्याति दिलाना चाहता है।
नोएडा में 6 से 15 अक्टूबर तक सेक्टर-21ए स्थित नोएडा स्टेडियम में शिल्पोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। वर्तमान में यहा 400 शिल्पी अपने उत्पादों को प्रदर्शन कर रहे है। प्रदेश में यह 2009 से किया जा रहा पहला आयोजन है। लिहाजा पर्यटन विभाग ने शिल्पोत्सव को प्रयत्न पर्व के लिए नामित करते हुए केंद्र सरकार की सूचि में इसे दिया है। बताते चले विभाग द्वारा प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने पर ध्यान दिया जा रहा है। इस लिहाज से शिल्पोत्सव काफी अहम है।
यहा प्रदेश के अधिकांश शहरों की महत्वपूर्ण उत्पाद व कला को प्रदर्शित करने के साथ सिर्फ एक समुदाय नहीं बल्कि कलाकारों की कला को ज्यादा तव्वजों दी गई है। इस सूची में लखनऊ में 5 से 25 अक्टूबर तक चल रहे मिस्टर उप्र प्रतियोगिता, लखनऊ में ही आठ अक्टूबर को आयोजित लेवल डांस चैंपियनशिप, 10 अक्टूबर को आयोजित होने वाला स्वरनजली, आगरा में दास्तान ए खुसरो, लखनऊ में फॉक म्यूजिक कंर्स्ट, कुशीनगर में कल्चरल इवेंट, कपिल वस्तू में कल्चरल इवेंट, बनारस में दस्तरगोई ऑन कबीर, श्रवास्ती में कल्चर कार्यक्रम, सारनाथ में कल्चर कार्यक्रम, चित्रकूट में कल्चरल कार्यक्रम, लखनऊ में रि लांच ऑफ केसर बाग हेरिटेज वॉक को शामिल किया गया। यह सभी कार्यक्रम 5 से 25 अक्टूबर तक चलेंगे।
आयोध्या में राम अगमन पर मनाया जाएगा पर्व
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अयोध्या में पहली बार राम आगमन पर दिवाली का त्यौहार मनाया जाएगा। ऐसे में सरयू नदी पर आरती के साथ घाट पर बने मंदिरों को सजाया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान राम उत्सव मनाया जाएगा जिसके तहत घाट पर करीब एख लाख से ज्यादा दीप जलाए जाएंगे। कार्यक्रम 18 अक्टूबर को आयोजित किया जाएगा। इसी दिन पर्यटन वि•ााग और सीआईआई के साथ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए साझा समझौता पत्र पर हस्ताक्षर पर किए जाएंगे।


