चार संभागीय मुख्यालयों में आकार शिल्प और विविध कला प्रशिक्षण शिविर की तैयारी शुरू
रचनात्मक अभिरूचियों को प्रोत्साहित करने के लिए परम्परागत शिल्प और विविध कला प्रशिक्षण शिविर 'आकार का आयोजन किया जा रहा है

रायपुर। राज्य सरकार के संस्कृति एवं पुरात्तव संचालनालय रायपुर द्वारा लोगों की रचनात्मक अभिरूचियों को प्रोत्साहित करने के लिए पिछले साल की तरह इस वर्ष भी प्रदेश के चार संभागीय मुख्यालयों-रायपुर, बिलासपुर, जगदलपुर (बस्तर) और अम्बिकापुर (सरगुजा) में परम्परागत शिल्प और विविध कला प्रशिक्षण शिविर 'आकार का आयोजन किया जा रहा है। इसमें नन्हें बच्चों से लेकर युवा और बुजुर्ग, सभी आयु वर्ग के लोग हिस्सा ले सकते हैं।
संस्कृति विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि राजधानी और संभागीय मुख्यालय रायपुर स्थित महंत घासीदास संग्रहालय परिसर में आकार 2018 का यह शिविर एक मई से 15 मई तक, बिलासपुर में 15 मई से 30 मई तक, जगदलपुर में एक जून से दस जून तक और अम्बिकापुर में भी एक जून से दस जून तक आयोजित किया जाएगा।
आकार 2018 में लोग प्रतिदिन दो पालियों में सवेरे 7 बजे से 10 बजे तक और शाम 4.30 से 7.30 बजे तक शामिल हो सकेंगे। इसके लिए उन्हें संस्कृति एवं पुरातत्व संचालनालय (महंत घासीदास संग्रहालय परिसर) रायपुर के राजभाषा प्रभाग में आवेदन करना होगा। आवेदन 200 रूपए के प्रशिक्षण शुल्क सहित भेजा जा सकता है।
दिव्यांगजनों और अनाथ आश्रमों के प्रशिक्षुओं को शुल्क में छूट दी जाएगी। प्रशिक्षण के बाद सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र भी दिए जाएंगे। राजधानी रायपुर में एक मई से पन्द्रह मई तक होने वाले आकार शिविर के लिए उप संचालक श्री एस.एस.सी. केरकेट्टा को प्रभारी अधिकारी बनाया गया है।
उनसे मोबाइल नंबर 98264-39500 पर सम्पर्क किया जा सकता है। रायपुर के शिविर में ढोकरा शिल्प, मृदा शिल्प, जापानी पेपर कटिंग, पेंटिंग, क्ले आर्ट, कैलीग्राफी, ड्राई फ्लावर, म्यूरल आर्ट, ग्लास पेंटिंग, रजवार भित्ति चित्र, बोनसाई सहित लोक नृत्य और क्लासिकल नृत्य, नाटक, मार्शल आर्ट (कराटे) और पट्टचित्र का प्रशिक्षण दिया जाएगा।


