शाहीनबाग धरना : '8000 दिन भी प्रदर्शन करने पड़े तो करेंगे'
दुनिया भर में रविवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी के शाहीनबाग में महिलाएं सीएए और एनआरसी के विरोध में धरने पर बैठी हुई हैं

नई दिल्ली। दुनिया भर में रविवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी के शाहीनबाग में महिलाएं सीएए और एनआरसी के विरोध में धरने पर बैठी हुई हैं। महिलाओं के इस आंदोलन के 80 दिन से अधिक हो चुके हैं, और यहां की महिलाओं का कहना है कि यदि उन्हें आठ हजार दिन भी विरोध प्रदर्शन करने की जरूरत पड़ी तो वे पीछे नहीं हटेंगी। शाहीनबाग में एक प्रदर्शनकारी महिला ने आईएएनएस से कहा, "आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है। यह 1975 से मनाया जा रहा है, लेकिन शाहीनबाग की औरतों ने बता दिया है कि हर दिन महिला दिवस है। 80 दिन से अधिक हो गया है और महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं। जरूरत पड़ी तो 800 दिन बैठेंगे और 8000 दिन भी बैठेंगे। हम डरने वालों में से नहीं हैं।"
शाहीनबाग में रहनी वाली हिना अहमद ने आईएएनएस से कहा, "शाहीन बाग की सभी महिलाएं चाहती हैं कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर हमारे प्रधानमंत्री हमें एक अच्छा उपहार दें और वह संसद में कह दें कि वह एनआरसी नहीं कराएंगे। इससे अच्छा उपहार हमारे लिए कोई नहीं हो सकता।"


