नए साल में राजधानी में छाया घना कोहरा
राष्ट्रीय राजधानी में आज साल की अंतिम सुबह घने कोहरे की चपेट में रही और दृश्यता का स्तर बेहद खराब रहने से रेल और विमान सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में आज साल की अंतिम सुबह घने कोहरे की चपेट में रही और दृश्यता का स्तर बेहद खराब रहने से रेल और विमान सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं।
इसके साथ ही प्रदूषण का स्तर भी बेहद खराब से 'खतरनाक स्तर पर पहुंचा गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार ,रविवार को वायु की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई। राष्ट्रीय राजधानी का सामान्य एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) आज सुबह नौ बजे 402 पर पहुंच गया जो खतरनाक श्रेणी में आता है।
कल सुबह दस बजे यह 386 था जो बहुत खराब की श्रेणी में आता है। विभाग के अनुसार न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री नीचे है। दिन चढ़ने के साथ आसमान साफ रहने और अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है।
सुबह साढ़े आठ बजे दृश्यता का स्तर 97 प्रतिशत था। मौसम विभाग के अनुसार, कई इलाकों में सुबह दृश्यता स्तर बहुत कम था जिसकी वजह से 15 ट्रेनों का रद्द कर दिया गया, 24 के समय में फेरबदल किया गया और छह ट्रेनें देरी से चल रही हैं। इसके साथ ही दृश्यता का स्तर बेहद खराब रहने से विमान सेवाएं भी प्रभावित हुई। हालांकि दिन चढ़ने के साथ कोहरा छंटने के साथ वायु और रेल सेवाओं में सुधार हुआ।
इंदिरा गांधी अंतरराष्टï्रीय हवाई अड्डे पर घने कोहरे के कारण बड़ी संख्या में उड़नें प्रभावित रही। कम से कम 24 घरेलू उड़ानों को दिल्ली के बजाय निकटस्थ अन्य हवाई अड्डों पर उतारना पड़ा।
दिल्ली आने और यहां से जाने वाली कई उड़ानें नियत समय से पीछे थी तथा 10 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी गई। दिसम्बर में यह पहला मौका है जब हवाई अड्डे पर घना कोहरा देखा गया है। रनवे पर दृश्यता 100 मीटर से नीचे बनी हुई थी। ग्यारह बजे तक उड़ानों की स्थति यही बनी हुई थी।


