पश्चिम बंगाल की लड़की के साथ यौन शोषण, तीन महीने बाद करवाया मुक्त
पटेल नगर के एक घर से पश्चिम बंगाल की रहने वाली एक लड़की को छुड़वाया गया है। बताया जाता है कि यह लड़की यहां घरेलू सहायिका के तौर पर काम रही थी और तीन महीने से यहां रह रही थी

नई दिल्ली। पटेल नगर के एक घर से पश्चिम बंगाल की रहने वाली एक लड़की को छुड़वाया गया है। बताया जाता है कि यह लड़की यहां घरेलू सहायिका के तौर पर काम रही थी और तीन महीने से यहां रह रही थी। छुड़ाने के बाद लड़की ने बताया कि जिस घर में वह काम कर रही थी उसके मालिक ने उसके साथ कई बार यौन शोषण किया। लड़की ने बताया कि घर में जब परिवार के दूसरे सदस्य बाहर चले जाते थे तब मकान मालिक उसके साथयौन शोषण करता था।
लड़की ने बताया कि तीन महीने में उसे एक बार भी घर से बाहर नहीं निकलने दिया गया व उसे घर के अंदर ही रखते हुए दिन रात काम करवाया जाता था। लड़की ने बताया कि वह दो साल पहले अपनी किसी रिश्तेदार के साथ दिल्ली आयी थी और पहले कई जगहों परघरेलू सहायिका का काम कर चुकी है। पटेल नगर वाले घर मे वह तीन महीने पहले ही काम करने आयी थी। लड़की मूल रूप से पश्चिमी बंगाल की रहने वाली है उसे हिंदी नहीं आती है। जिस वजह से उसकी एफआईआर रजिस्टर्ड करने में पुलिस को कई दिन की देरी हुई। लड़की को शनिवार को छुड़वाया गया था और उसकी एफआईआर अब दर्ज हो सकी है।
इस बाबत जानकारी देते हुए दिल्ली महिला आयेाग की अध्यक्ष स्वाति जयहिंद ने बताया कि पश्चिमी बंगाल भवन की तरफ से लड़की की बात समझने के लिए अनुवादक करने के बाद उसका बयान दर्ज हो सका। पटेल नगर पुलिस स्टेशन ने मामले में मालिक के खिलाफबलात्कार सहित कई धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। इसके बाद ही दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति जयहिंद ने सभी गैर हिन्दी भाषी राज्यों के दिल्ली स्थित रेजिडेंट कमिश्नर को पत्र लिखकर अलग-अलग भाषाओं के अनुवादक अपने पैनल पर लेने का आग्रह किया है ताकि भविष्य में ऐसे हालात से निपटा जा सके।


