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सीवर में मौत : दर्ज होगा गैर इरादतन हत्या का मामला

सीवर सफाई के दौरान 10 मौत के बाद आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों के साथ चर्चा की

सीवर में मौत : दर्ज होगा गैर इरादतन हत्या का मामला
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कई राजनीतिक दलों ने सरकार पर किया हमला

कांग्रेस ने एक करोड़ तो स्वराज इंडिया ने मांगा 50 लाख का मुआवजा

नई दिल्ली। सीवर सफाई के दौरान 10 मौत के बाद आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों के साथ चर्चा की और दो टूक कहा कि सीवर सफाई के लिए किसी ने यदि सफाइकर्मी को सीवर में उतारा तो उसके खिलाफ गैर इरादतन हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज होगा।

जल मंत्री राजेन्द्र गौतम ने बताया कि किसी भी हाल में कोई मजदूर सीवर में ना जाए, मशीनों का इस्तेमाल करें और जिन पतली गली मशीन नहीं जा सकती है और मजदूर सफाई करे तो वहां जल बोर्ड के अधिकारी की मौजूदगी में सभी उपकरणों के साथ उसे उतारा जाएगा।

श्री गौतम ने बताया कि जो लोग इस काम से जुड़े हैं उनकी लिस्ट जल बोर्ड जारी करेगा और उन्हें ट्रेनिंग देकर सर्टिफिकेट दिया जाएगा। जनता को भी विज्ञापन के जरिए बताया जाएगा कि उनको अगर काम करवाना हो तो काल सेंटर के नंबर पर सूचित करें। उन्होंने कहा कि सीवर सफाई की जिम्मेदारी जल बोर्ड की है।

उन्होंने बताया किसीवर सफाई पर काम कर चुके विशेषज्ञों की एक टीम आज हैदराबाद से आई है जिन्होंने प्रेजेंटेशन दिया है और कल मुख्यमंत्री को भी वह पूरी जानकारी देगी। उन्होंने बताया कि इन हादसों में एक जूनियर इंजीनियर, एक असिस्टेंट इंजीनियर और एक एक्सईएन निलंबित हो चुके हैं।

वहीं कांग्रेस ने आज सीवर की सफाई के दौरान जिन सफाई कर्मचारियों की मौतें हुई हैं उनके परिवार वालों को एक.एक करोड़ रुपया मुआवजा दिए जाने मांग की। कांग्रेस प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि यदि आप पार्टी की दिल्ली सरकार ने सीवर सफाई के लिए पहले से ही एहतियातन कदम उठाए गए होते तो मासूम लोगों को अपनी जान नही गंवानी पड़ती।

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने उपराज्यपाल से मांग की है कि सीवर कर्मियों की लगातार मृत्यु की सीबीआई द्वारा जांच हो क्योंकि सरकार अपने विभाग से जांच करा मामले को फिर रफा.दफा कर रही है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने हाल ही में तीन बड़ी सीवर दुर्घटनाओं से कुछ नहीं सीखा और जब भाजपा विधायकों ने विधानसभा में सीवर दुर्घटनाओं पर मत रखना चाहा तो 8 अगस्त को मार्शलों द्वारा बाहर करवा दिया गया। जबकि स्वराज इंडिया ने मृत सफ़ाई कर्मियों के आश्रितों को 50 लाख रूपए का मुवावजा देने की मांग रखी है।

वामदल ऐक्टू और भाकपा माले ने भी आज सीवर में हो रही सफाई कर्मचारियों की मौतों के खिलाफ जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन में कई मजदूर व अन्य छात्र तथा सामाजिक संगठन शामिल हुए। कॉमरेड संतोष रॉय ने कहा कि ये मौतें कोई दुर्घटना नहीं है, बल्कि सांस्थानिक हत्याएं हैं। सरकार इस तरह से अमानवीय कामों को रोकने में पूरी तरह नाकाम हुई है।


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