मंडी हाउस प्रदर्शन में कांग्रेस के कई नेता हिरासत में
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में राजधानी के मंडी हाउस में धारा 144 के प्रतिबंधों के बावजूद नेता और बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी पहुंच रहे

नयी दिल्ली । नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में राजधानी के मंडी हाउस में धारा 144 के प्रतिबंधों के बावजूद नेता और बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी पहुंच रहे है जिन्हें वहां मौजूद पुलिस बलों ने हिरासत में ले लिया है और कई क्षेत्रों में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है।
प्रदर्शन को देखते हुए मंडी हाउस में बड़ी संख्या में पुलिस बलों को तैनात किया गया है। प्रदर्शनकारी जैसे जैसे यहां पहुंच रहे हैं उन्हें हिरासत में लिया जा रहा है। कांग्रेस के पूर्व सांसद संदीप दीक्षित, तहसीन पूनावाला और प्रवक्ता पवन खेड़ा को हिरासत में लिया गया है। और उत्तर मध्य जिलों, मंड़ी हाउस, सीमलपुर, जाफराबाद, मुस्तफाबाद, जामिया नगर, शाहीन बाग और बवाना में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है।
जेएनयू और डीयू के छात्र लगातार यहां आ रहे हैं और इन सभी को हिरासत में लेकर पुलिस स्थानीय थानों में ले जा रही है
कांग्रेसी नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि सरकार घबराहट में लोगों को अपने अधिकारों से रोकने का प्रयास कर रही है और सरकार को सचेत होकर समझना चाहिए तथा इस कानून पर विचार करना चाहिए ।
कांग्रेस के नेता और प्रवक्ता पवन खेड़ा ने वहां मौजूद लोेगों से कहा कि वह देश के नागरिकों के समर्थन में यहां आए हैं। सरकार लोगों को इस कानून के बारे में समझाने में विफल रही है। भाजपा की सहयोगी पार्टियां भी इस कानून को लागू करने का विरोध कर रही है और सरकार भ्रम फैलाने का काम कर रही है। देश के गृह मंत्री अमित शाह जब प्रचार करते हैं तो नागरिकता कानून और एनआरसी को एक बताते हैं और अब लोगो के देश व्यापी आंदोलन को देखकर वह अलग अलग बता रहे हैं।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार असम में एनआरसी लागू नहीं कर पायी और देशभर में लागू करने का दम भर कर लोगों में दहशत पैदा कर रही है।


