'हाउडी मोदी' कार्यक्रम में विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे अलगाववादी सिख, पाकिस्तानी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिनंदन करने के लिए यहां रविवार को आयोजित 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम में पूरे अमेरिका से भारतवंशी अमेरिकी समुदाय के लोग भारी तादाद में उमड़े हैं

ह्यूस्टन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिनंदन करने के लिए यहां रविवार को आयोजित 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम में पूरे अमेरिका से भारतवंशी अमेरिकी समुदाय के लोग भारी तादाद में उमड़े हैं। वहीं, अलगाववादी सिख और पाकिस्तानी समुदाय के हजारों लोग मोदी के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे हैं। 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम में करीब 50,000 से भारतवंशी अमेरिकी यहां जुटे हैं। कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मोदी के साथ मंच साझा कर रहे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, करीब 20,000 पाकिस्तानी और अलगाववादी सिख समुदाय के लोग ह्यूस्टन में 'गो बैक मोदी' अभियान के तहत विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे हैं, जबकि 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम चल रहा है।
पाकिस्तानियों और अलगाववादी सिखों ने मोदी को 'भारत में आतंकवाद का चेहरा' के रूप में बताया है। ये लोग पाकिस्तान की तरफदारी करने में सक्रियता के साथ जुटे हैं।
प्रदर्शनकारियों ने पहले ही विरोध प्रदर्शन का पूर्वाभ्यास किया है और ह्यूस्टन में एक ट्रक रैली भी निकाली है।
अमेरिका में रहने वाले दो कश्मीरियों ने प्रधानमंत्री मोदी पर कश्मीर में मानवाधिकार का हनन करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दायर किया है।
बताया जाता है कि प्रदर्शन के मद्देनजर प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर नई दिल्ली का वाशिंगटन के साथ संपर्क बना हुआ है।
रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में रहने वाले दो कश्मीरियों और कश्मीर खालिस्तान रेफरंडम फ्रंट (केकेआरएफ) द्वारा 73 पृष्ठों में दायर मुकदमे में मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भारतीय सेना के श्रीनगर स्थित 15 कॉर्प्स के कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल कंवलजीत सिंह ढिल्लन पर कश्मीरियों की न्यायेतर हत्या करने और उनके साथ क्रूर और अमानवीय व्यवहार करने का आरोप लगाया गया है।


