कोरोना के दबाव में सेंसेक्स 214 अंक लुढ़का
देश में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ने से घरेलू शेयर बाजारों में निवेश धारणा आज कमजोर हुई

मुंबई । देश में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ने से घरेलू शेयर बाजारों में निवेश धारणा आज कमजोर हुई और बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 214.22 अंक यानी 0.55 फीसदी टूटकर 38,409.48 अंक पर तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 49.10 अंक यानी 0.43 प्रतिशत की लुढ़ककर 11,254.20 अंक पर आ गया।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज बताया कि देश में 28 व्यक्तियों में अब तक कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। इससे शुरुआती कारोबार में बढ़त में रहने वाला शेयर बाजार लाल निशान में चला गया। सूचना प्रौद्योगिकी, टेक और स्वास्थ्य क्षेत्र को छोड़कर अन्य सभी समूहों के सूचकांक गिरावट में रहे। रियलिटी, बैंकिंग और वित्त क्षेत्र की कंपनियों में दो प्रतिशत या ज्यादा की गिरावट रही।
सेंसेक्स 92.02 अंक की तेजी के साथ 38,715.72 अंक पर खुला। शुरुआती कारोबार में यह 38,791.70 अंक पर पहुँच गया। लेकिन जैसे ही स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन ने कोरोना वायरस के 28 मामलों की पुष्टि की सूचना दी शेयर बाजार में बिकवाली शुरू हो गयी। सेंसेक्स 37,846.10 अंक तक उतर गया। अंत में यह गत दिवस की तुलना में 0.55 प्रतिशत की गिरावट के साथ 38,409.48 अंक पर बंद हुआ।
मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में भी बिकवाली रही। बीएसई का मिडकैप 1.61 प्रतिशत लुढ़ककर 14,526.63 अंक पर बंद हुआ। स्मॉलकैप भी 1.61 फीसदी की गिरावट के साथ 13,552.43 अंक पर आ गया।
बीएसई में 2,534 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1,713 कंपनियों के शेयरों में गिरावट और 547 के शेयरों में तेजी रही जबकि 130 कंपनियों के शेयर दिन भर के उतार-चढ़ाव बाद अंतत: अपरिवर्तित रहे।
निफ्टी 48.05 अंक की तेजी के साथ 11,351.35 अंक पर खुला। इसका दिवस का उच्चतम स्तर 11,356.60 अंक और निचला स्तर 11,082.15 अंक रहा। अंत में यह मंगलवार की तुलना में 49.10 अंक उतरकर 11,254.20 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी की 50 में से 28 कंपनियों के शेयर गिरावट में और शेष 22 के बढ़त में रहे।
अधिकतर विदेशी शेयर बाजार आज हरे निशान में रहे। एशिया में दक्षिण कोरिया का कोस्पी 2.24 प्रतिशत, चीन का शंघाई कंपोजिट 0.63 प्रतिशत और जापान का निक्की 0.08 प्रतिशत चढ़ गया। वहीं, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.24 फीसदी टूट गया। यूरोप में शुरुआती कारोबार में ब्रिटेन का एफटीएसई 1.32 फीसदी और जर्मनी का डैक्स 0.95 प्रतिशत मजबूत हुआ।
बीएसई के समूहों में आईटी, टेक और स्वास्थ्य को छोड़कर अन्य में गिरावट रही। आईटी का सूचकांक 1.33 प्रतिशत, स्वास्थ्य का 1.13 और टेक का 1.03 प्रतिशत चढ़ा। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा नीतिगत ब्याज दरों में 0.50 प्रतिशत की कटौती से आईटी और टेक क्षेत्र में तेजी देखी गयी।
सबसे ज्यादा 1.72 प्रतिशत की गिरावट बैंकिंग में रही। वित्त समूह का सूचकांक 1.56 फीसदी, बुनियादी वस्तु का 1.30, इंडस्ट्रियल्स का 1.29 और रियलिटी का 1.17 फीसदी टूटा।
सेंसेक्स की कंपनियों में इंडसइंड बैंक के शेयर सर्वाधिक 3.85 प्रतिशत, बजाज फाइनेंस के 3.79, आईटीसी के 3.30, अल्ट्राटेक के 2.94, एचडीएफसी बैंक के 2.74, टाटा स्टील दोनों के 2.73, भारतीय स्टेट बैंक दोनों के 1.57, आईसीआईसीआई बैंक के 1.54, कोटक महिंद्रा बैंक के 1.04, एनटीपीसी के 1.01, भारती एयरटेल के 0.86, एक्सिस बैंक के 0.76, ओएनजीसी के 0.48, एचसीएल टेक्नोलॉजीज के 0.45, हीरो मोटोकॉर्प के 0.38, एलएंडटी के 0.35, रिलायंस इंडस्ट्रीज के 0.33 और मारुति सुजुकी के 0.07 प्रतिशत की गिरावट में रहे।
लाभ में रहने वालों में सनफार्मा के शेयर 3.14 प्रतिशत, एशियन पेंट्स के 2.68, टेक महिंद्रा के 2.45, पावरग्रिड के 2.31, महिंद्रा एंड महिंद्रा के 2.24, टीसीएस के 2.17, इंफोसिस के 1.65, नेस्ले इंडिया के 1.12, बजाज ऑटो के 0.51, एचडीएफसी के 0.50, हिंदुस्तान यूनिलिवर के 0.43 और टाइटन के 0.28 प्रतिशत चढ़े।


