बीएमसी का मेयर कौन ?
महाराष्ट्र निकाय चुनाव के नतीजों का ऐलान हो चुका है और इन चुनाव में बीजेपी ने 10 मे से 8 नगरपालिकाओं में जीत का परचम लहराया है, लेकिन मुंबई महानगर पालिका में शिवसेना नंबर वन पार्टी बनकर उभरी है।
महाराष्ट्र। महाराष्ट्र निकाय चुनाव के नतीजों का ऐलान हो चुका है और इन चुनाव में बीजेपी ने 10 मे से 8 नगरपालिकाओं में जीत का परचम लहराया है, लेकिन मुंबई महानगर पालिका में शिवसेना नंबर वन पार्टी बनकर उभरी है, जबकि बीजेपी ने भी यहां शिवसेना को पूरी टक्कर दी। 227 सीटों वाले स्थानीय निकाय चुनाव में शिवसेना को सबसे ज्यादा 84 सीटें मिली हैं, जबकि भाजपा को 82 सीटों पर जीत मिली है।
ऐसे में यहां किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला इसलिए अब मेयर पद को लेकर लड़ाई दिलचस्प हो गई है। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि बीएमसी का बॉस कौन होगा। क्या भाजपा और शिवसेना फिर साथ आएंगे?। हालांकि अभी तक शिवसेना के कड़े तेवर देखने को मिल रहे है। शिवसेना मेयर पद पर अड़ी है। वहीं सीएम देवेंद्र फडणवीस ने गठबंधन का फैसला कोर कमेटी पर छोड़ दिया है। लेकिन अंदरखाने से खबर है कि बीजेपी और शिवसेना मेयर पद की दावेदारी को लेकर गठबंधन कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच मेयर पद को ढ़ाई-ढ़ाई साल का कार्यकाल बांटने को लेकर चर्चा हुई है।
महाराष्ट्र और केंद्र में भाजपा और शिवसेना साथ मिलकर सरकार चला रही है। भले ही दोनों के रिश्तों में खटास आई हो लेकिन राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है। लेकिन ऐसा नहीं होता, दोनों दल फिर से पास नहीं आते तो मनसे, एनसीपी और निर्दलीयों के वोट अहम होंगे। भाजपा या शिवसेना दोनों को ही मेयर पद पाने के लिए इन तीनों को साथ लाना होगा। शिवसेना के सामने दूसरा विकल्प होगी कांग्रेस।
अगर शिवसेना कांग्रेस के साथ जाती है तो एनसीपी भी साथ आ सकती है। तीसरे विकल्प के रूप में शिवसेना एमएनएस और निर्दलीय सदस्यों का भी साथ ले सकती है।हालांकि बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की ओर से ये कहा जा रहा है कि अगर शिवसेना बेतुकी बयानबाज़ी बंद कर दें सब कुछ ठीक हो जाएगा।


